Home देश रानी लक्ष्मीबाई के पास अगर अंग्रेजों के बराबर संसाधन और हथियार होते, तो आज़ादी का इतिहास शायद कुछ और होता: मोदी

रानी लक्ष्मीबाई के पास अगर अंग्रेजों के बराबर संसाधन और हथियार होते, तो आज़ादी का इतिहास शायद कुछ और होता: मोदी

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रानी लक्ष्मीबाई के पास अगर अंग्रेजों के बराबर संसाधन और हथियार होते
रानी लक्ष्मीबाई के पास अगर अंग्रेजों के बराबर संसाधन और हथियार होते
  • मोदी ने सेना को सौंपे स्वदेश निर्मित हल्के लड़ाकू हेलीकाॅप्टर
  • लंबे समय से भारत को दुनिया के सबसे बड़े हथियार खरीदार देशों में गिना जाता रहा है
  • लेकिन आज देश का मंत्र है- मेक इन इंडिया, मेक फॉर वर्ल्ड
  • आज भारत अपनी सेनाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए काम कर रहा है: प्रधानमंत्री मोदी

झांसी । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के झांसी में राष्ट्ररक्षा समर्पण पर्व के मौके पर स्वदेशी तकनीक से निर्मित हल्के लड़ाकू हेलीकॉप्टर सहित अन्य रक्षा उपकरण भारतीय सेना को सौंप कर रक्षा क्षेत्र में भारत की आत्मनिर्भरता को सुनिश्चित करने का स्पष्ट संदेश दिया।इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि रानी लक्ष्मीबाई के पास अगर अंग्रेजों के बराबर संसाधन और आधुनिक हथियार होते, तो देश की आज़ादी का इतिहास शायद कुछ और होता।

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मोदी ने प्रथम स्वाधीनता संग्राम की महानायक झांसी की रानी लक्ष्मीबाई की 193वीं जयंती के अवसर पर आयोजित राष्ट्ररक्षा समर्पण पर्व के समापन समारोह में वायु सेना अध्यक्ष एयर चीफ मार्शल विवेक राम चौधरी को इत्याधुनिक तकनीक से लैस इस हेलीकॉप्टर को सौंपा। इसका निर्माण हिंदुस्तान एयरोनॉटिकल लिमिटेड (एचएएल) ने किया है।
मोदी ने इस अवसर पर स्वदेश निर्मित सैन्य महत्व के अन्य विमान, पनडुब्बी और युद्धपोत भी सेना को सौंपे।

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इससे पहले उन्होंने रक्षा उपकरणों के देश में ही बनाने के लिये प्रस्तावित डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरीडोर के झांसी नॉड की आधारशिला रखी। मोदी ने कहा कि इस इकाई के बनने से न सिर्फ देश सैन्य जरूरतों के मामले में आत्मनिर्भर बनेगा बल्कि झांसी में रोजगार के अवसर भी सृजित होंगे।
उन्होंने कहा, “लंबे समय से भारत को दुनिया के सबसे बड़े हथियार खरीदार देशों में गिना जाता रहा है। लेकिन आज देश का मंत्र है, मेक इन इंडिया, मेक फॉर वर्ल्ड। आज भारत अपनी सेनाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए काम कर रहा है।”

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