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गेल डीएवी पब्लिक स्कूल में सीबीएसई कार्यशाला का समापन

by Tejas Khabar
गेल डीएवी पब्लिक स्कूल में सीबीएसई सेंटर ऑफ एक्सीलेंस, प्रयागराज के तत्वावधान में दो दिवसीय जिला स्तरीय क्षमता संवर्धन कार्यक्रम का शनिवार को समापन हुआ।

दिबियापुर (औरैया)। गेल डीएवी पब्लिक स्कूल में सीबीएसई सेंटर ऑफ एक्सीलेंस, प्रयागराज के तत्वावधान में दो दिवसीय जिला स्तरीय क्षमता संवर्धन कार्यक्रम का शनिवार को समापन हुआ। ‘समावेशी शिक्षा’ विषय पर इस कार्यशाला में औरैया जिले के लगभग बीस सीबीएसई मान्यता प्राप्त विद्यालयों के 60 शिक्षकों ने भाग लिया।

शुक्रवार को इस कार्यशाला का औपचारिक रूप से प्रारंभ गेल इंडिया लिमिटेड के प्रभारी, कार्यकारी निदेशक अजय त्रिपाठी के संबोधन से हुआ। अपने उद्बोधन में श्री त्रिपाठी ने शिक्षकों को विज्ञान और गणित जैसे विषयों को सुरुचि पूर्ण ढंग से पढ़ाने पर जोर दिया , उन्होंने छोटे छोटे उदाहरणों और प्रयोगों के माध्यम से विद्यार्थी के मस्तिष्क में विषय के मानसिक दृश्य छवियों को पैदा करने पर बल दिया जिससे उसे विषय का ज्ञान गहराई तक हो सके।

इस दौरान सीबीएसई जिला प्रशिक्षण समन्वयक और प्राचार्या दीपा शरण ने शिक्षकों को कार्यशाला में गंभीरता से भाग लेने और उससे प्राप्त जानकारी और कार्यप्रणाली को कक्षा तक पहुंचाने पर बल दिया , जिससे सीबीएसई द्वारा राष्ट्रीय शिक्षा नीति का लाभ विद्यार्थियों को मिल सके।
इस कार्यशाला में सीबीएसई विषय विशेषज्ञ राजीव मोहन पांडे( प्राचार्य , रोजी पब्लिक स्कूल , फतेहगढ़) और अनीता सक्सेना (प्राचार्या, पी एन फाउंडेशन पब्लिक स्कूल, फर्रुखाबाद) रहे । उन्होंने समावेशी शिक्षा के महत्व और उसमे आने वाली परेशानियों और उनके निदान पर विस्तार से चर्चा की।

समावेशी शिक्षा (इंक्लूसिव एजुकेशन) एक ऐसी शिक्षा प्रणाली है जिसमें सामान्य और विशेष जरूरतों वाले छात्र एक साथ सामान्य कक्षा में पढ़ते हैं । समावेशी शिक्षा, अलग-अलग ज़रूरतों वाले बच्चों को अलग-अलग शिक्षा देने के ख़िलाफ़ है । समावेशी शिक्षा के तहत, सभी तरह के छात्रों को शिक्षा की मुख्य धारा में शामिल किया जाता है । इसमें अलग-अलग लिंग (जिसमे ट्रांस जेंडर भी शामिल हैं), संस्कृति, भाषा, जाति, धर्म, जाति, नस्ल, अधिगम स्तर, अमीर-गरीब, अनाथ, अलग-अलग तरीकों से सीखने वाले, और पहली पीढ़ी के सीखने वाले छात्र शामिल हैं। यह शिक्षा का एक निष्पक्ष और उचित दृष्टिकोण है जो समानता को बढ़ावा देता है और भेदभाव को समाप्त करता है।

इस अवसर पर सेंट फ्रांसिस के प्राचार्य फादर एंटोनी, जिला प्रशिक्षण उप समन्वयक सीबीएसई के रूप में उपस्थित रहे। शनिवार को कार्यशाला के अंतिम दिन सभी प्रतिभागी शिक्षकों को प्रमाण पत्र प्रदान किए गए तथा विशिष्ट अतिथियों को स्मारिका से सम्मानित किया गया।

 

गेल डीएवी पब्लिक स्कूल में सीबीएसई सेंटर ऑफ एक्सीलेंस, प्रयागराज के तत्वावधान में दो दिवसीय जिला स्तरीय क्षमता संवर्धन कार्यक्रम का शनिवार को समापन हुआ।

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