Home देशशहर और राज्यउत्तर प्रदेशकानपुर देहात लखीमपुर घटना के बाद सूबे में सियासत गरमाई

लखीमपुर घटना के बाद सूबे में सियासत गरमाई

by
लखीमपुर घटना के बाद सूबे में सियासत गरमाई
लखीमपुर घटना के बाद सूबे में सियासत गरमाई
  • घटना के विरोध में सपा ने किया जोरदार प्रदर्शन
  • कानपुर देहात में भी सपाइयों ने किया प्रदर्शन

कानपुर देहात | यूपी के जनपद लखीमपुर में किसानों के साथ हुई घटना के बाद सूबे की सियासत गरमा गई है सभी विपक्षी राजनैतिक पार्टियां जहा हमलावर है । वहीं सत्ताधारी पार्टी बीजेपी बैकफुट में नजर आ रही है । लखीमपुर घटना के आरोपी केंद्रीय मंत्री और बीजेपी सांसद अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा के खिलाफ कड़ी कार्यवाही किए जाने की मांग के साथ पीड़ित परिवारों को आर्थिक सहायता देने और सरकारी नौकरी देने की मांग को लेकर सभी विपक्षी राजनैतिक पार्टियां हमलावर नजर आ रही है ।

यह भी देखें : केंद्रीय मंत्री अजय मिश्र के बेटे पर एफआईआर, रात में ही पहुंचकर राकेश टिकैत ने लिया जायजा, अफसरों का डेरा

वहीं विपक्षी दलों के मुख्य नेताओं की गिरफ्तारी को गलत बताते हुए यूपी में जंगल राज कायम होने का आरोप भी लगाया। यूपी के हर जनपद में सभी विपक्षी दलों के नेता सड़को पर उतर कर विरोध प्रदर्शन कर रहे है। इसी के चलते आज यूपी के जनपद कानपुर देहात मे समाजवादी पार्टी की जिला इकाई ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया । जिलाध्यक्ष प्रमोद यादव के नेतृत्व में सैकड़ो की संख्या में सपाइयों ने जिला मुख्यालय में विरोध मार्च निकाला और जिलाधिकारी कार्यालय के बाहर धरना देकर जमकर सरकार के खिलाफ हमला बोला । सपाइयों ने जहा लखीमपुर की घटना की निंदा की। वहीं बीजेपी सरकारों को किसान नौजवान और महिला विरोधी भी बताया।

यह भी देखें : हर जिले में अभ्‍युदय कोचिंग खोलने की तैयारी में योगी सरकार, प्रतियोगी छात्रों को होगा फायदा

इतना ही नही यूपी में कानून का नही जंगल राज कायम होने का आरोप भी लगाया ।वहीं सपाइयों ने सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव को लखीमपुर जाने से रोके जाने और गिरफ्तार किए जाने को भी गलत बताया। यहीं नहीं सपाइयों ने घटना के आरोपी केंद्रीय मंत्री और बीजेपी सांसद के बेटे के खिलाफ कड़ी कार्यवाही किए जाने और केंद्रीय मंत्री को बर्खास्त किए जाने की मांग भी की। साथ ही पीड़ित परिवारों को 2 करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता देने और मृतक किसानों के परिजनों को सरकारी नौकरी देने की भी मांग की। साथ ही सपाइयों ने राज्यपाल को सम्बोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौपा । वहीं प्रशासन ने जिला मुख्यालय को छावनी के रूप में तब्दील कर रखा था । चप्पे चप्पे पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया था । यहीं नहीं जिले के आलाधिकारी भी मौके पर मौजूद रहे और विरोध प्रर्दशन पर पैनी निगाह बनाए रखे रहे ।

You may also like

Leave a Comment