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लखीमपुर खीरी में किसानो की निर्मम हत्या के विरोध में प्रदर्शन

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लखीमपुर खीरी में  किसानो की निर्मम हत्या के विरोध में  प्रदर्शन
लखीमपुर खीरी में किसानो की निर्मम हत्या के विरोध में प्रदर्शन

किसान विरोधी तीनों काले कानून वापस लेने की माँग की

इटावा। आम आदमी पार्टी ने प्रदेश नेतृत्व के आव्हान पर जिला मुख्यालय कचहरी पर प्रदर्शन कर अतिरिक्त मजिस्ट्रेट अवधेश कुमार सिंह जी को महामहिम राज्यपाल महोदय को संबोधित ज्ञापन लखीमपुर खीरी में हुये किसानों की निर्मम हत्या के विरोध में ज्ञापन सौंपा। प्रदर्शनकारियों ने भाजपा सरकारको घेरते हुये, योगी मोदी हाय हाय, किसानों की हत्यारी भाजपा मुर्दाबाद, जब जब योगी डरता है पुलिस को आगे करता है ,किसान विरोधी तीनों काले कानून वापस लेने की माँग की।

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जिला अध्यक्ष संजीव शाक्य ने कहा कि पिछले 10 महीनों से देश का अन्नदाता किसान धरने पर बैठा हुआ है 650 किसानों हत्या या आत्महत्या और गोली से बूंदे गया है देश की सरकार से उनकी एक ही मांग है कि इन तीनों काले कानूनों को वापस लिया जाए दरअसल यह काले कानून किसानों की मौत का फरमान है जिसमें पूंजी पतियों को फसलों के असीमित भंडारण के अधिकार दिए गए हैं इसके चलते जमाखोरी और कालाबाजारी बढ़ेगी |

और आम अन्नदाता किसानों की स्थिति सुधारने की जगह पूंजी पतियों के जाने में वृद्धि होगी इन कानूनों के तहत की गई कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग की व्यवस्था से एक तरह से जमीदारी प्रथा की सर से वापसी हो जाएगी किसान चाहकर भी अपने खेतों पर अपने मनमाफिक खेती नहीं कर सकेगा इन कानूनों को फसल का न्यूनतम समर्थन मूल्य मिल पाना भी संभव नहीं दिख रहा है।

अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे किसानों को जिस तरह की निंदनीय शर्मनाक कार्यवाही भाजपाइयों ने किसानों से बदले की भावना पूर्ण की है बर्दाश्त के काबिल नहीं है। संजीव शाक्य ने कहा कि 2022 के चुनावों में अपना जनाधार खिसकता देख भाजपा बौखला गई है किसानों की निर्मम हत्याएं इसी का परिणाम है।देश भर में आज किसान, भाजपा के खिलाफ हैं ।

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उन्होंने कहा जिस देश में जय जवान और जय किसान का नारा लगता है अब भाजपा के शासन में बेमौत मर किसान हो गया है।
पिछले 10 महीनों में 650 किसान आंदोलन में शहीद हो चुके हैं ।किसी भी भाजपाई के मुंह से इन किसानों के प्रति सहानुभूति के 2 शब्द भी नहीं निकले हैं ।इससे यह स्पष्ट होता है कि भाजपा किसानों की पक्की दुश्मन है। अपने ही देश के अन्नदाता ओं के साथ इस तरह का व्यवहार करने के लिए लोकतंत्र में कोई स्थान नहीं है ना ही भारतीय संविधान इसकी इजाजत देता है ।

यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि भाजपाई सत्ता पहले अपनी ताकत का दुरुपयोग करके बर्बरता करती थी अब स्वयं भाजपाई बर्बरता पर उतर आए हैं और हत्याएं करने लगे हैं। जिसका जवाब निश्चित रूप से प्रदेश की जनता देने के लिए तैयार हो गई है ।इस प्रकार की गई हत्याएं निश्चित रूप से गॉडसे वाद को प्रदर्शित करती हैं। जिसके लिए भारत में कोई स्थान नहीं है ।

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उन्होंने जोर देकर कहा कि आम आदमी पार्टी पहले ही दिन से किसानों और उनके आंदोलनों तथा मांगों के साथ थी है और रहेगी। हत्यारे भाजपाई किसानों को अकेला समझे की बड़ी भूल ना करें। आम आदमी पार्टी माँग करती है कि मामले की सीबीआई जांच कर हत्यारों को सख्त से सख्त सजा दी जाए। किसान मृतक परिवार को एक करोड़ की आर्थिक सहायता और परिवार के एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी दी जाए जो व्यक्ति घायल अवस्था में हैं उनको 10 लाख की सहायता प्रदान की जाए।

मांग करने वालों में जिला अध्यक्ष संजीव शाक्य, वरिष्ठ कार्यकर्ता बृजेंद्र जैन, जिला महासचिव रिचा कुशवाह, जिला उपाध्यक्ष इकरार अहमद, महिला अध्यक्ष हेमलता दोहरे, महिला उपाध्यक्ष अंजना दोहरे, विनोद सिंह चौहान, धीरेंद्र यादव, एडवोकेट वीरू कठेरिया, पंचायत प्रकोष्ठ अध्यक्ष बलवीर सिंह,यूथ विंग अध्यक्ष राजेंद्र सिंह राठौर,सदानंद प्रजापति, राधा कृष्ण, टीकाराम शर्मा,जीशान, नीरज,शिवा भदौरिया, सूरज चौहान,आशु, अंकित, अभिषेक माथुर, प्रिंस गोयल, अभिषेक कुमार,फैजान, रिजवान, सोहेब, सूर्य देव सहित अन्य कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

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