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मनोरंजक तरीके से पढ़ाई के लिए तकनीक से जोड़ी जा रही शिक्षा

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मनोरंजक तरीके से पढ़ाई के लिए तकनीक से जोड़ी जा रही शिक्षा
मनोरंजक तरीके से पढ़ाई के लिए तकनीक से जोड़ी जा रही शिक्षा

5 वर्ष या उससे अधिक के बच्चों के लिए बनाए गए शिक्षा से जुड़े खास ऐप

इटावा। कोरोना काल में बच्चों को पढ़ना सिखाने एवं मनोरंजक तरीके से शिक्षा प्रदान करने के लिए शिक्षा को तकनीक से जोड़ा जा रहा है।रीड अलोंग तथा दीक्षा ऐसे ही एप हैं जिनके द्वारा विद्यार्थियों को शिक्षित तथा शिक्षकों को प्रशिक्षित किया जा सकता है।

राज्य संसाधन समूह के सदस्य राम जनम सिंह ने गुरुवार को पान कुंवर इंटर नेशनल स्कूल,इटावा में प्रधानाचार्य डॉ.कैलाश चंद्र यादव से मिलकर रीड अलोंग एप से संबंधित जानकारी साझा की और उन्हें भी इस एप का प्रयोग अपने विद्यालय के बच्चों के लिए करने का आग्रह किया। शिक्षकों के साथ आयोजित सत्र में राम जनम सिंह ने बताया कि रीड अलोंग एक मजेदार रीडिंग ट्यूटर एप्प है जिसे खास तौर पर पांच वर्ष या उससे ज्यादा उम्र के बच्चों के लिए बनाया गया है।

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उन्होंने कहा कि इस एप्प में एआई (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) असिस्टेंट की सपोर्ट दी गई है जो बच्चों के पढ़ने के कौशल को बेहतर बनाती है।रीड अलोंग एप्प बिना इंटरनेट के भी काम करती है और इसमें मौजूद असिस्टेंट दीया की वायस बच्चों के रीडिंग स्किल को बेहतर बनाने के साथ-साथ फीडबैक भी देती है।गूगल की इस खास मोबाइल एप्प में कथा किड्स और छोटा-भीम जैसी किताबें मौजूद हैं।एप्प में कई सारे एजूकेशनल गेम्स दिए गए हैं जो बच्चों की रीडिंग स्किल को बेहतर बनाते हैं।इसी तरह दीक्षा एप के द्वारा शिक्षकों को अपने विषय और शिक्षण तकनीक को जानने और सीखने का अवसर प्रदान करते हैं तथा स्वयं को अपडेट कर सकते हैं।

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प्रधानाचार्य डॉ.कैलाश चंद्र यादव ने कहा कि रीड अलोंग एप द्वारा बच्चों को सीखने की प्रक्रिया में सहयोग मिलेगा।इसके माध्यम से बच्चे किताबों को पढ़ने में दक्ष होंगे,बच्चे शब्दों का उच्चारण ठीक से कर पाएंगे।इस अवसर पर विद्यालय में उपस्थित एडीआईओएस डॉ.मुकेश यादव ने दीक्षा तथा रीड अलोंग एप की सराहना करते हुए कहा कि इनके प्रयोग से विद्यार्थियों एवं शिक्षकों के ज्ञान और कौशल में वृद्धि होगी तथा वे शिक्षण प्रक्रिया को बाल केंद्रित बनाने में सफल होंगे।

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