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चंबल सेंचुरी की 15 बीघा जमीन दंबगो के कब्जे से मुक्त

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चंबल सेंचुरी की 15 बीघा जमीन दंबगो के कब्जे से मुक्त
चंबल सेंचुरी की 15 बीघा जमीन दंबगो के कब्जे से मुक्त

इटावा। उत्तर प्रदेश के इटावा में राष्ट्रीय चंबल सेंचुरी की करीब 15 बीघा बेशकीमती जमीन को कब्जेदारों से मुक्त करा लिया गया है। राष्ट्रीय चंबल सेंचुरी ,राजस्व,पुलिस और प्रशासनिक टीम ने संयुक्त रूप से अभियान चला कर इस बेशकीमती जमीन को कब्जेदारों के चुंगल से मुक्त करा लिया गया है सेंचुरी के वन क्षेत्राधिकारी हरी शंकर शुक्ला ने रविवार को बताया कि चकरनगर इलाके में राष्ट्रीय चंबल सेंचुरी में की करीब 15 बीघा जमीन को दबंगो के कब्जे से मुक्त करा ली गयी है।

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इस जमीन पर कब्जे को लेकर एक शिकायत दर्ज कराई गई थी जिसके बाद संयुक्त रूप से अभियान चलाया गया। दबंगों के कब्जे से मुक्त कराई गई जमीन करीब 15 बीघा के आसपास बताई गई है। कब्जा मुक्त कराई गई जमीन को सेंचुरी अफसरों ने अपने कब्जे में लेकर उस पर पेड़ो को लगाने का काम शुरू किया जायेगा। उन्होने बताया कि दबंग कब्जेदार के खिलाफ वैधानिक और कानूनी कार्रवाई करने की तैयारी की जा रही है और इस सिलसिले में वरिष्ठ अधिकारियों से पत्राचार किया जा रहा है ।

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वरिष्ठ अधिकारियों की रिपोर्ट मिलने के बाद जल्द ही वन एक्ट के तहत कार्यवाही की जायेगी । श्री शुक्ला ने बताया कि सेंचुरी विभाग की मुक्त कराई गई करोड़ों रुपए की बेशकीमती उपजाऊ कृषि योग्य भूमि है। करीब एक दशक पहले इसी गांव का दबंग विपिन यादव ने जेसीबी मशीन चला कर सेंचुरी विभाग की 15 बीघा जमीन पर समतलीकरण करके अपनी खेती बाड़ी में शामिल कर लिया था तहसीलदार की मौजूदगी में करीब 5 घंटे चली कार्यवाही से जमीन को मुक्त करवाया गया ।

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चकरनगर तहसीलदार मोनीलिसा जौहरी बताया कि प्रदेश सरकार की जीरो टालरेंस नीति के तहत अवैध कब्जा धारकों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी गई है। चिन्हित लोगों के खिलाफ निरंतर प्रतिदिन कार्यवाही की जाएगी जिन लोगों ने अवैध कब्जा कर लिया है । वह शैक्षिक रूप से छोड़ दें तो कार्रवाई से बचा जा सकता है । उधर विपिन यादव ने बताया कि हमारी जमीन को गलत पैमाइश दिखाकर सेंचुरी में शामिल करा दिया गया है । जमीन की सही पैमाइश कराने के लिए उसने उच्च अधिकारियों को पत्र लिखा है। सब कुछ राजनीतिक षड्यंत्र के तहत किया गया है।

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