Home विश्व देश लौटने के लिए बातचीत कर रहे हैं गनी, जानिए फेसबुक पर अपने वीडियो पोस्ट में क्या कहा

देश लौटने के लिए बातचीत कर रहे हैं गनी, जानिए फेसबुक पर अपने वीडियो पोस्ट में क्या कहा

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देश लौटने के लिए बातचीत कर रहे हैं गनी, जानिए फेसबुक पर अपने वीडियो पोस्ट में क्या कहा
देश लौटने के लिए बातचीत कर रहे हैं गनी, जानिए फेसबुक पर अपने वीडियो पोस्ट में क्या कहा

काबुल/अबू धाबी। अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद देश से पलायन करने के पश्चात संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में शरण लेने वाले पूर्व राष्ट्रपति अशरफ गनी ने बुधवार को कहा कि वह देश लौटने के लिए बातचीत कर रहे हैं।
श्री गनी ने फेसबुक पर अपने वीडियो पोस्ट में कहा कि वह शांति से तालिबान को सत्ता हस्तांतरित करना चाहते थे , लेकिन मुझे मेरी मर्जी के विपरीत अफगानिस्तान से निकाल दिया गया। उन्होंने कहा, “ मुझे बताया गया था कि तालिबान काबुल में हैं। हमारे बीच एक समझौता था कि तालिबान काबुल में प्रवेश नहीं करेगा, लेकिन इसके बावजूद उन्होंने ऐसा किया। मैं फांसी नहीं चाहता , क्योंकि एक राष्ट्रपति के रूप में मैं अफगानिस्तान का सम्मान हूं। मैं मौत से नहीं डरता।

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उन्होंने कहा , “ सुरक्षा बलों ने मुझे बताया कि मेरे खिलाफ साजिश की गयी थी। गत रविवार को मैं हमेशा की तरह अपने कार्यालय में था। इसी दिन दोपहर में मैं काबुल में स्थिति का आकलन करने के लिए रक्षा मंत्रालय गया। अचानक मेरे सुरक्षाकर्मी एक बड़ी साजिश को विफल करने के लिए पहुंचे और मुझे वहां से बाहर निकाला।

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पैसे लेकर देश से पलायन करने संबंधी आरोपों को खारिज करते हुए उन्होंने कहा, “ मैंने पैसे लेकर अफगानिस्तान से पलायन किया है , यह आरोप निराधार हैं। आप यूएई के कस्टम से इसकी पुष्टि कर सकते हैं। मेरे पास अपने जूते बदलने का समय नहीं था। मेरी सुरक्षा के मद्देनजर मुझे जाने के लिए कहा गया , क्योंकि देश के होने के नाते मेरे लिए एक आसन्न खतरा था।

उन्होंने कहा कि उनका अफगानिस्तान वापस जाने का इरादा है। रक्तपात से बचने के लिए सुरक्षा कारणों से अफगानिस्तान छोड़ना पडा। पहले भी कई शासकों ने जरूरत के वक्त देश छोड़ा था लेकिन वे फिर लौट आए हैं। तालिबान के साथ बातचीत जारी रहनी चाहिए। उन्होंने कहा, “ मुझे अफगानी सुरक्षा बलों पर गर्व है। हम राजनीतिक मोर्चे पर हारे हैं।

श्री गनी ने कहा , “ मेरी प्रतिबद्धता देशवासियों और महिलाओं को रक्तपात से बचाने तथा देश में शांति, स्थिरता और विकास सुनिश्चित करने की थी। मुझे उम्मीद है कि इन आने वाले दिनों में हम इससे उबर जाएंगे और अफगानिस्तान शांति और स्थिरता का माहौल होगा।”

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तालिबान मूवमेंट का शासन होगा : हाशिमी

कट्टरपंथी तालिबान मूवमेंट के एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधि वहीदुल्ला हाशिमी ने कहा है कि अफगानिस्तान में मूवमेंट की परिषद के सत्तारूढ़ होने की सबसे अधिक संभावना है और हैबतुल्लाह अखुंदजादा इसके प्रमुख हो सकते हैं। हाशिमी ने कहा कि यह भी हो सकता है कि अखुंदजादा उपराष्ट्रपति का दायित्व संभालें। उन्होंने दावा किया कि अफगानिस्तान में लोकतांत्रिक व्यवस्था नहीं होगी बल्कि शरिया कानून के अनुसार शासन लागू होगा।
उन्होंने कहा , “ कोई लोकतांत्रिक व्यवस्था नहीं होगी क्योंकि हमारे देश में इसका कोई आधार नहीं है। हम इस बात पर चर्चा नहीं करेंगे कि हमें अफगानिस्तान में किस प्रकार की राजनीतिक व्यवस्था लागू करनी चाहिए। स्पष्ट है कि शरिया कानून है और यही लागू रहेगा। ”

अशरफ गनी अबू धाबी के अस्पताल में भर्ती

अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति अशरफ गनी कथित तौर पर यहां के एक अस्पताल में भर्ती हैं।
ईरानी एजेंसी वाईजेसी ने सूत्रों के हवाले से अपनी रिपोर्ट में यह जानकारी दी है।
रिपोर्ट के मुताबिक श्री गनी को कुछ घंटे पहले अस्पताल में भर्ती कराया गया है , जहां उनकी हालत गंभीर बतायी गयी है।
यूएई के विदेश मंत्रालय के मुताबिक श्री गनी के मानवीय आधार पर स्वागत किया गया है।
उल्लेखनीय है कि अफगानिस्तान की राजधानी काबुल से रविवार को पलायन करने वाले श्री गनी सबसे पहले ताजिकिस्तान गये थे, जहां उन्हें कथित तौर पर उतरने की अनुमति नहीं दी गयी और फिर ओमान चले गए लेकिन उन्हें आखिरकार यूएई में आश्रय दिया गया है। वह और उनका परिवार अभी अबू धाबी में है।

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