गाजीपुर। उत्तर प्रदेश में गाजीपुर जिले के मरदह क्षेत्र में सोमवार को बस अग्निकांड की जांच के लिए दो सदस्यीय कमेटी गठित कर दी गयी है।
मुख्य विकास अधिकारी और अपर पुलिस अधीक्षक नगर की संयुक्त टीम घटना की सभी पहलुओं की जांच करेगी और अपनी रिपोर्ट दो दिन के अंदर जिलाधिकारी को सौंपेगी। जांच में दोषी पाये जाने पर संबंधित अधिकारी व कर्मचारियों के विरुद्ध कठोर कार्यवाही होगी। इस घटना से संबंधित सभी तथ्यों को मुख्यमंत्री कार्यालय और मुख्य सचिव को अवगत करा दिया गया है। इस हादसे में पांच यात्रियों की मृत्यु हो गयी थी जबकि एक अन्य महिला ने गाजीपुर में इलाज के दौरान दम तोड दिया था।
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मृतकों की पहचान उर्मिला, निर्मला (37), मुरारी (55) जगरनाथ (बस ड्राइवर) और कालिन्दी (44) के तौर पर की गयी है। गाजीपुर में उपचार के दौरान मृत महिला की पहचान फिलहाल नहीं हो सकी है। सभी मृतकों के परिजनों को विद्युत विभाग की ओर से पांच लाख रुपये की आर्थिक सहायता धनराशि प्रदान की जायेगी। गौरतलब है कि 11 मार्च को ग्राम सुलेमापुर देवकली थाना मरदह तहसील सदर में 11000 वोल्ट की हाइटेंशन लाइन से टकरा कर बारातियों से भरी एक बस में आग लग गयी थी। बस में करीब 45 बाराती सवार थे। गम्भीर रूप से घायल कुल 10 व्यक्तियों को सामुदायिक स्वास्थ केन्द्र, मरदह में इलाज के लिये भेजा गया, जहॉ से प्राथमिक उपचार करने के बाद चार लोगों को जिला चिकित्सालय मऊ रेफर किया गया |
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जबकि चारगम्भीर एवं दो सामान्य रूप से घायल लोगोे काे गाजीपुर जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया जहां इलाज के दौरान एक महिला(अज्ञात) की मृत्यु हो गयी। ऊर्जा मंत्री एके शर्मा और मंत्री अनिल राजभर ने घटना स्थल पर पहुॅचकर मृतक व्यक्तियों के परिजनों को ढाढस बंधाया और घायलों की सेहत का हाल जाना। उन्होने उत्तरदायी अधिकारियों एवं कर्मचारियों के विरूद्ध कार्यवाही करने एवं पीड़ित परिवारों को सरकार की ओर से यथासम्भव मदद/सहायता दिये जाने का आश्वासन दिया।