इटावा: सैफई विश्वविद्यालय के कुलसचिव सुरेश चन्द्र शर्मा ने बताया कि कोविड-19 महामारी के दौरान कोविड-19 अस्पताल एवं अन्य जरूरी सेवाओं में लगे कुछ चिकित्सक अपनी जिम्मेदारियों को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। इस सम्बन्घ में कुछ मरीजों तथा तीमारदारों द्वारा यह शिकायत की गयी है कि कोविड-19 अस्पताल एवं अन्य चिकित्सकीय सेवाओं में लगे कुछ चिकित्सक नियमित राउण्ड नहीं करते। उन्होंने कहा कि ऐसा अस्पताल प्रशासन के उच्च अधिकारियों द्वारा आकस्मिक निरीक्षण में भी देखने में आया है कि कुछ चिकित्सक कोविड-19 ड्यूटी के दौरान मरीजों को नियमित रूप से नहीं देखते। इसे विश्वविद्यालय के कुलपति महोदय ने गंभीरता से लिया है तथा ऐसे चिकित्सकों के खिलाफ विश्वविद्यालय प्रशासन अनुशासनात्मक कार्यवाही करने की सोच रहा है।
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उन्होंने बताया कि जल्दी ही ऐसे चिकित्सकों की सूची बनाकर उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्यवाही की जायेगी। इसमें उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी करने के साथ उनका वेतन भी रोक दिया जायेगा साथ ही ऐसे चिकित्सकों के वार्षिक गोपनीय रिपोर्ट (एसीआर) में प्रतिकूल प्रविष्ठि भी दी जायेगी।
साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि कोविड-19 महामारी के दौरान चिकित्सकीय सेवाओं पर अतिरिक्त दबाव है जिसमें जरूरी चिकित्सकीय सेवाओं के अलावा कोविड-19 से संक्रमित मरीजों का इलाज भी किया जा रहा है।
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ऐसे में कोविड संक्रमित मरीजों के लिए बने कोविड-19 अस्पताल तथा अन्य जरूरी कोविड सेवाओं में लगे चिकित्सक एवं कन्सलटेंट किसी प्रकार भी ड्यूटी में कोताही न करें । ड्यूटी के दौरान कोविड-19 अस्पताल, होल्डिंग एरिया तथा जहाॅ भी ड्यूटी लगे समय से राउण्ड करें अन्यथा उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्यवाही के साथ उनकी सेवायें भी समाप्त की जा सकती हैं।