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निजीकरण और पुरानी पेंशन बहाली को लेकर हल्लाबोल

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निजीकरण और पुरानी पेंशन बहाली को लेकर हल्लाबोल
निजीकरण और पुरानी पेंशन बहाली को लेकर हल्लाबोल
  • कर्मचारियों ने जिला मुख्यालय माती में दिया धरना
  • 30 नम्बर को लखनऊ में विशाल धरना देने का किया ऐलान
  • पूरी तरह से कार्य बहिष्कार करने की दी चेतावनी

कानपूर देहात। पुरानी पेंशन बहाली और निजीकरण के विरोध में आज कानपुर देहात के कर्मचारी संघों ने एक साथ एक मंच में आकर कर्मचारियों, शिक्षकों और अधिकारियों के साथ प्रदेश नेतृत्व के आवाहन पर सरकार के खिलाफ हल्ला बोल दिया है। कर्मचारियों ने जिला मुख्यालय माती में विशाल धरना दिया और मुख्यमंत्री को सम्बोधित ज्ञापन जिला प्रशासन को सौंपा। साथ ही कर्मचारियों ने धरना में मांगो को पूरा करने की मांग को लेकर जमकर नारेबाजी भी की।

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यही नहीं सरकार पर अनदेखी करने का आरोप लगाते हुए मांगे पूरी न होने पर आंदोलन को और भी तेज करने का ऐलान भी किया। इतना ही नहीं 30 नवम्बर को लखनऊ में विशाल धरना देने का ऐलान भी किया। साथ ही मांगे पूरी न होने पर पूर्णतया काम बंद करने की चेतावनी सरकार को दी।
कर्मचारियों ने साफ तौर पर सरकार पर आरोप लगाया कि सरकार कर्मचारियों के साथ पच्छपात कर रही है। वही सांसद और विधायक को योजना का लाभ दे रही है।

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सरकार 60 वर्ष की उम्र तक देश और समाज की सेवा करने वाले कर्मचारियों और अधिकारियों को पेंशन से वंचित कर रही है। वही एक बार के लिए सांसद विधायक बनने वाले लोगों को पेंशन योजना से लाभाविन्त कर रही है। जो कहीं ना कहीं कर्मचारियों के साथ धोखा है। यही नहीं सरकार अब सरकारी नौकरियों में निजी करण को लागू करना चाहती है। जिससे कर्मचारियों का शोषण होगा और सरकारी संस्था प्राइवेट सेक्टर में चली जाएगी। इन्हीं सब मांगों को लेकर वह सरकार से मांग कर रहे हैं और यदि सरकार ने उनकी मांगें नहीं मानी तो उनका आंदोलन अनवरत जारी रहेगा। इतना ही नहीं कर्मचारियों ने पुरानी पेंशन बहाली न होने पर 30 नवंबर को लखनऊ के इको पार्क में विशाल धरना प्रदर्शन देने का ऐलान भी किया। इसके बावजूद भी मांगे पूरी न होने पर पूर्णतया कार्य बहिष्कार करने की चेतावनी भी दी।

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