दरगाह पर अक़ीदतमंदों ने पहुँच मांगी दुआयें
फफूंद । नगर स्थित दरगाह हज़रत पीर बुख़ारी शाह में हुए हज़रत जाफ़र औलिया रह०अलैह का दो दिवसीय सालाना उर्स का समापन रविवार को क़ुल की फ़ातिहा के साथ हुआ उर्स के दौरान सैंकड़ों की संख्या में अक़ीदतमंदों ने दरगाह पहुंचकर दुआयें मांगी उर्स के दौरान दरगाह के आसपास खूब रौनक़ रही। नगर स्थित दरगाह पीर बुख़ारी में हुए दो दिवसीय हज़रत पीर जाफ़र औलिया रहमतुल्लाह अलैह का सालाना उर्स हर साल की तरह इस साल भी बड़े ही अक़ीदत व सादगी के साथ मनाया गया जिसका समापन रविवार सुबह क़ुल की फ़ातिहा के साथ हुआ।
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रविवार को उर्स के दूसरे दिन की शुरुआत ख़ानक़ाह आस्ताना आलिया समदिया के सज्जादा नशीन हजरत सैयद अख़्तर मियां चिश्ती के जानशीन सैयद नवाज़ अख़्तर चिश्ती मियां की सरपरस्ती और शहर काजी औरैया सैयद गुलाम अब्दुस्समद मियां चिश्ती की निगरानी में फ़जर की नमाज़ के बाद क़ुरान ख़्वानी के साथ हुई जिसके बाद फ़ातिहा हुई तथा फ़ातिहा के बाद मीलाद शरीफ की एक महफ़िल हुई जिसमें जामिया समदिया के उलमा ने पीर जाफ़र औलिया रहमतुल्लाह अलैह की जिंदगी पर रोशनी डाली और अल्लाह के नेक बंदों की सीरत बयान कर लोगों को नबी की शरीयत पर अमल करने की हिदायत दी।
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इसके बाद महफिले सिमा का आगाज़ हुआ जिसमे क़व्वालो ने अल्लाह के नबी व गरीब नवाज़ की शान में बेहतरीन कलाम पढ़े और आखिर में हज़रत जाफ़र औलिया पीर बुख़ारी शाह रहमतुल्लाह अलैह के क़ुल शरीफ की महफ़िल व फ़ातिहा के साथ उर्स का पुर अमन तरीके के साथ समापन हुआ फातिहा के दौरान मुल्क में अमन चैन क़ायम रहने की दुआएं मांगी गयीं।इससे पहले शनिवार को उर्स के पहले दिन की शुरूआत सुबह फ़ज़र की नमाज़ के बाद हुई क़ुरआन ख़्वानी के साथ हुई तथा ज़ुहर की नमाज़ के बाद मज़ार शरीफ का ग़ुस्ल हुआ तथा मगरिब की नमाज़ के बाद मुख़्तसर तक़रीरी प्रोग्राम हुआ तथा इशा की नमाज़ के बाद सन्दल शरीफ की महफ़िल हुयी जिसके बाद लोगों को लंगर खिलाया गया। इस दौरान नगर व क्षेत्र के सैंकड़ों की संख्या में अक़ीदतमंद तथा दरगाह कमेटी के सभी लोग उपस्थित रहे।