अयोध्या। अयोध्या में चलने फिरने में अक्षम युवती ने आज रामलला का दर्शन पूजन किया। श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ने आज यहां यह जानकारी देते हुए बताया कि चलने-फिरने में पूरी तरह असमर्थ युवती ने सुविधापूर्वक श्रीरामलला का दर्शन किया। साथ ही दिव्यांगजनों के लिये मंदिर परिसर में की गयी व्यवस्था की सराहना की।
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उन्होंने बताया कि 26 वर्षीय भावना चलना-फिरना तो दूर उठकर खड़ी भी नहीं हो सकती। अलबत्ता समझने, बोलने में कोई दिक्कत नहीं है। वे अपने माँ-बाप के साथ दर्शन करने 80 सदस्यीय टोली समेत बेवार राज्यस्थान से आयी थीं। व्यवसायी पिता व प्रिंसिपल माँ की पहली संतान भावना जन्म से ही 90 प्रतिशत दिव्यांग है। व्हील चेयर के सहारे वह अयोध्या और श्रीरामलला तक पहुंची।
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भावना बताती है कि मंदिर परिसर में कार्यकर्ताओं, सुरक्षा कर्मियों का रवैया बहुत ही सहयोगात्मक रहा। हनुमानगढ़ी में जरूर भावना को अपने पिता की गोद में चढऩा पड़ा। सरयू आरती में वरीयता मिलीं तो भावना की आंखे छलक उठीं। पिता राजवीर ने कहा कि विहिप मुख्यालय कारसेवकपुरम् के प्रभारी श्री दास ने भावना के ठहरने लायक कमरे का विशेष ध्यान रखकर व्यवस्था करायी है।