अयोध्या: 490 सालों के बाद प्रभु श्रीराम की नगरी अयोध्या में दीपोत्सव के ऐतिहासिक आयोजन के बाद अयोध्या की गलियां रौनक हैं। इस बार की दीपावली भी बेहद खास थी। रामलला वाली दीपावली मनाने के बाद पूरी अयोध्या मदमस्त हैं।संतों में उत्साह है तो राम भक्त और अयोध्या वासी भी प्रफुल्लित हैं। लगातार कई बार दीपोत्सव के दरमियान अयोध्या ने इतिहास रचे।दीपक जलाने की अपने ही रिकार्डों को लगातार तोड़ती नजर आई।एक बार फिर विश्व रिकार्ड कायम हुआ और इस बार छह लाख से ज्यादा दीपक जलाए गए। इस बार की दीपावली रामलला वाली थी।पूरे नगर को सजा संवार कर त्रेता युग की राम नगरी बनाई गई।इस पर संतों ने प्रतिक्रिया दी है, संतो ने खुशी व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को धन्यवाद दिया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के तीन पीढ़ियां राम मंदिर के आंदोलन में मुख्य भूमिका निभाई और स्वयं मुख्यमंत्री के शासन में अयोधया को उसका स्वरूप मिला। फैसला आया तो अब अयोध्या राम मय हो गयी है।
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राम जन्मभूमि के प्रधान पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा कि इस बार की दीपावली बेहद ही भव्य थी।राम जन्मभूमि परिसर में बच्चों ने बड़े-बड़े दीपक जलाए थे।स्टैंड पर दीपक लगाए गए जो अलौकिक और अद्भुत थी। रंगोली से पूरे रामलला परिसर को सजाया गया। 1528 के बाद जब विवाद शुरू हुआ उसके बाद से अब तक राम जन्मभूमि परिसर में दीपक नहीं जला था। 490 वर्ष के बाद यह मौका आया जब रामलला के परिसर में दीपक जला,वह अलौकिक छटा देख कर के मन भाव विभोर हो गया। इस बार का दीपोत्सव आनंद दाई और समृद्धि देने वाला था।
तपस्वी छावनी के महंत परमहंस दास एवं सरयू तट पर नित्य आरती कराने वाले महंत शशि दास ने कहा कि इस बार अयोध्या की दीपावली ऐतिहासिक, दिव्य और भव्य थी।