- रूरा थाना क्षेत्र के ग्राम हारामऊ के मजरा बंजारन डेरा की घटना।
- मौके पर एसपी व फायर ब्रिगेड की टीम में पहुंचकर किया बचाव कार्य
- पुलिस टीम जांच में जुटी, घायलों को अस्पताल भेजा गया
- शार्ट सर्किट को माना जा रहा आग की वजह
- बंद दरवाजा तोड़ने गई मां झुलसी, पिता बोले- पूरा परिवार आंखों के सामने मैदान में मिल गया
कानपुर देहात। जिले के रूरा थाना क्षेत्र के गांव हारामऊ के मजरा बंजारा डेरा में शनिवार देर रात एक झोपड़ी में आग लगने से माता-पिता और तीन बच्चों की जिंदा जलकर मौत हो गई। रात करीब ढाई बजे आग लगी, उस समय परिवार के सभी लोग सो रहे थे।इस वजह से झोपड़ी से बाहर नहीं निकल पाए। झोपड़ी के बाहर सो रहे बुजुर्ग माता-पिता ने आग की ऊंची लपटें देखीं तो बुझाने के प्रयास में लग गए।
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सूचना पर पहुंची फायर ब्रिगेड ने करीब एक घंटे के बाद आग पर काबू पाया। लेकिन तब तक परिवार के पांच लोग( पति पत्नी और उनके 6 ,5 और 3 साल के बच्चे) और पूरी गृहस्थी जल चुकी थी। इस दर्दनाक हादसे में एक महिला बुरी तरह से झुलसी है,जिसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। रात में ही सूचना पर एसपी व पुलिस बल मौके पर पहुंची। एसपी का कहना है कि आग लगने के कारणों का पता लगाया जा रहा है।
कानपुर देहात के एसपी बीबीजीटीएस मूर्ति ने बताया, ”शनिवार देर रात झोपड़ी में आग लग गई थी।
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हादसे में सतीश (30) और उनकी पत्नी काजल (26) व उनके तीन बच्चे सनी (6), संदीप (5), गुड़िया (3) की जलकर मौत हो गई है। चीख-पुकार सुन बस्ती के लोग दौड़े और बाल्टी से पानी डालकर आग पर काबू करने का प्रयास किया था। लेकिन, आग पूरी तरह से फैल गई थी। इस बीच आग बुझाने में मृतक सतीश की मां गंभीर रूप से झुलस गईं।
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बता दें कि बंजारा डेरा में सैकड़ों परिवार झोपड़ी बनाकर रहते हैं। इस डेरे में प्रकाश अपनी पत्नी रेशम, बेटे सतीश, बहू काजल व दो नाती, एक नातिन के साथ झोपड़ी में रहते हैं। प्रकाश व सतीश मजदूरी करते थे। कल भी वह रोजाना की तरह मजदूरी कर घर लौटे। घर पर पत्नी, बहू व बच्चों के साथ खाना खाया। इसके बाद पूरा परिवार झोपड़ी के अंदर सोने चला गया।