- नदारत मिली चिकित्सा अधीक्षिका
- चिकित्सा अधीक्षिका को निलंबित करने के दिए आदेश
कानपुर देहात । स्वास्थ्य सेवाओं को और बेहतर करने की जिलाधिकारी जीतेंद्र प्रताप सिंह की कवायद जारी है। इसी के चलते कभी जिलाधिकारी लापरवाह स्वास्थ्य अधिकारियों पर कार्रवाई करते नजर आते हैं। तो कभी समीक्षा बैठक के दौरान वरिष्ठ स्वास्थ्य अधिकारियों के पेंच कसते नजर आते हैं। इतना ही नहीं जिलाधिकारी जनपद का भ्रमण कर स्वास्थ्य सेवाओं की जमीनी हकीकत जांचने के लिए ग्रामीणों से बात भी कर रहे हैं।
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साथ ही ग्रामीणों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए हर संभव कवायद करने वादा भी कर रहे हैं। इसी के चलते जिलाधिकारी जितेन्द्र प्रताप सिंह ने पुलिस अधीक्षक केशव कुमार चौधरी के साथ आज सिकंदरा तहसील क्षेत्र के न्यू पीएचसी रसधान का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान अस्पताल की चिकित्सा अधीक्षिका कीर्ति लहर वर्मा नदारद मिली। यही नहीं अस्पताल न आने के बावजूद भी उनके उपस्थिति रजिस्टर में हस्ताक्षर भी मिले।
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जिसके बाद जिलाधिकारी का पारा सातवें आसमान पर चढ़ गया और उन्होंने उपस्थिति रजिस्टर के साथ-साथ अन्य दस्तावेजों की बारीकी से जांच भी की। साथ ही न्यू प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र रसधान के वार्डों का भी निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी को व्यवस्था बदहाल मिली। इसके बाद जिलाधिकारी ने वहां आए ग्रामीणों से स्वास्थ्य सेवाओं की जमीनी हकीकत जानने के लिए पूछताछ भी की। जिसके बाद जो मामला सामने आया इसमें सब अवाक रह गए। अस्पताल की प्रभारी कीर्ति लहर वर्मा काफी दिनों से अस्पताल से नदारद चल रही है।
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लेकिन उपस्थिति रजिस्टर में उनके हस्ताक्षर बखूबी दिख रहे हैं। जिसके बाद जिलाधिकारी ने जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी को न्यू पीएचसी रसधान की चिकित्सा अधीक्षिका कीर्ति लहर वर्मा को निलंबित करने का आदेश भी दिया। साथ ही न्यू पीएचसी की सेवाओं को और भी बेहतर करने के निर्देश भी दिए।