- जिले में बनाए गए 4750 डिजिटल वॉलिंटियर
- जुमे की नमाज को लेकर सतर्क हुआ प्रशासन
जालौन। डिजिटल क्रांति के दौर में लोग भड़काऊ बयानबाजी के लिए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल कर रही है। जिसको लेकर पुलिस सतर्क है और जिले के 19 थाने में सोशल मीडिया पर नज़र बनाए रखने के लिए 4750 डिजिटल वोलिंटियर तैयार किए गए हैं। ताकि डिजिटल वोलिंटियर की मदद से अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई कर सके। बता दें कि हाल के दिनों में धार्मिक भावना को आहत करने वाले पोस्ट इंटरनेट मीडिया पर वायरल किए जाने की वजह से तनाव के हालात बन गए थे। सांप्रदायिक सौहार्द को बिगाड़ने की कोशिश करने वालों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की योजना बनाई गई है, लेकिन इससे पहले फर्जी आइडी से पोस्ट वायरल करने वालों को चिन्हित करने की चुनौती है।
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इसके लिए अब पुलिस डिजिटल वालेंटियर को एक्टिव करने की योजना बना रही है। डिजिटल वालेंटियर के एक्टिव होने का फायदा यह रहेगा कोई भी विवादित पोस्ट इंटरनेट मीडिया पर पोस्ट किया जाता है तो पुलिस अधिकारियों को तत्काल सूचना मिल सकेगी। जिससे पोस्ट वायरल करने वालों को गिरफ्तार किया जा सकता है। इंटरनेट मीडिया पर अफवाह वाली सूचनाएं फैलाई जाती हैं। अफवाहों की वजह से हिंसा भड़कने की गुंजाईश रहती है। इंटरनेट मीडिया पर अंकुश लगाने के लिए महिला थाने सहित डिजिटल वॉलिंटियर ग्रुप बनाए गए हैं।
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इसका असर यह होगा कि ग्रामीण स्तर पर वायरल ख़बर की सूचना पुलिस को तुरंत मिल जाएगी।वही पुलिस अधीक्षक रवि कुमार ने बताया कि इंटरनेट मीडिया के दौर में लोग स्मार्ट फोन का इस्तेमाल करते हैं। जिले में सोशल मीडिया पर अंकुश लगाने के लिए हर थाने में 250 डिजिटल वॉलिंटियर ग्रुप बनाए गए हैं ताकि हर गतिविधि पर नजर रखी जा सके और अगर कोई ग्रामीण इलाकों में भी अफ़वाह फैलाने का काम करेगा तो डिजिटल वॉलिंटियर ग्रुप की सहायता से उसे पहचाना जा सकता है और पुष्टि होने पर उसके खिलाफ कार्यवाई की जायेगी।