लखनऊ। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने चैत्र नवरात्र और रामनवमी को भव्य तरीके से मनाने का फैसला किया है, जिसके तहत 22 से 30 मार्च के बीच अखंड रामायण के पाठ समेत धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। प्रमुख सचिव संस्कृति एवं पर्यटन मुकेश मेश्राम ने इस संबंध में सभी संभागायुक्तों और जिलाधिकारियों को निर्देश जारी किए हैं। श्री मेश्राम ने कहा कि चैत्र नवरात्र के अवसर पर 22 से 30 मार्च के बीच शुभ तिथियों पर पूरे विधि-विधान से मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है।
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उन्होंने कहा, वेदों और पुराणों में चैत्र नवरात्र को विशेष महत्व दिया गया है। इसे आत्मशुद्धि का आधार माना गया है। चैत्र नवरात्रि में मां दुर्गा की पूजा करने से नकारात्मक ऊर्जा खत्म होती है और सकारात्मक ऊर्जा उत्पन्न होती है। उन्होंने कहा कि चैत्र नवरात्र की इन पावन तिथियों में सरकार महिलाओं और कन्याओं की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए विशेष अभियान चलाएगी। इस दौरान राज्य भर के मंदिरों में दुर्गा सप्तशती पाठ, देवी भजन और देवी जागरण का आयोजन किया जायेगा। 29 एवं 30 मार्च को अष्टमी एवं श्री रामनवमी के अवसर पर सभी प्रमुख शक्तिपीठों में आम जनता को जोड़कर अखण्ड रामायण पाठ का आयोजन किया जाये तथा मानवीय, सामाजिक एवं राष्ट्रीय मूल्यों के प्रति जागरूकता पैदा की जाये।
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श्री मेश्राम ने कहा कि जिला से लेकर ब्लॉक स्तर तक इस कमेटी का गठन किया जाए। सभी जिलाधिकारी अपने जिलों में चयनित देवी मंदिरों एवं शक्तिपीठों के लिए उनकी अध्यक्षता में गठित समिति द्वारा कलाकार का चयन करेंगे। मां दुर्गा की महिमा के अनुरूप सभी कार्यक्रम आयोजित किए जाएं और कार्यक्रमों में स्थानीय जनप्रतिनिधियों को आमंत्रित कर जनभागीदारी भी सुनिश्चित की जाए। जिला प्रशासन द्वारा प्रत्येक स्थल पर साफ-सफाई, पेयजल, सुरक्षा, ध्वनि, प्रकाश एवं कालीन की समयबद्ध व्यवस्था करने को कहा गया है।