नई दिल्ली । दिल्ली महिला आयोग ने उत्पीड़न के एक मामले में निष्क्रियता को लेकर शनिवार को दिल्ली पुलिस के साइबर अपराध प्रकोष्ठ के सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) को समन जारी किया।
महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने मामले में अपनी चिंता व्यक्त की और कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि अपराध बढ़ रहे हैं और पुलिस इस मामले में प्राथमिकी भी दर्ज नहीं कर रही है। आयोग कार्रवाई सुनिश्चित करेगा और यदि पुलिस उचित प्रतिक्रिया देने में विफल रहती है, तो आयोग के पास उनके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी करने की शक्तियां भी उपलप्ध हैं।
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आयोग की ओर से बताया गया है कि रोहिणी में प्रसूति अस्पताल चलाने वाली एक महिला डॉक्टर ने आयोग में शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि उसके अस्पताल जिसमें मुख्य रूप से महिला नर्सिंग कर्मचारी है वहाँ लैंडलाइन पर कुछ पुरुष कॉल कर अश्लील बातें कर महिला कर्मचारियों को परेशान करते है। अस्पताल के लैंडलाइन पर 25 अगस्त से अश्लील कॉल किए जा रहे है।
दिल्ली महिला आयोग ने मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस से शिकायत पर उनके द्वारा की जा रही कार्रवाई के बारे में जानकारी मांगने के लिए एक नोटिस जारी किया। जब नोटिस का कोई जवाब नहीं आया तो आयोग ने फिर से साइबर अपराध सेल को एक अनुवर्ती नोटिस भी जारी किया। दो नोटिस जारी करने के बावजूद जब निर्धारित समय सीमा में आयोग के साथ कोई जानकारी साझा नहीं की गई तब दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने मामले में आखिरकार दिल्ली पुलिस को समन जारी किया है।
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आयोग ने अब साइबर सेल के अधिकारियों को अपने समक्ष उपस्थित होकर विस्तृत स्पष्टीकरण मांगा है कि शिकायत पर अब तक कार्रवाई क्यों नहीं की गई है। इसके अलावा आयोग ने साइबर क्राइम सेल को इस मामले में तुरंत प्राथमिकी दर्ज करने और आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए कहा है ताकि प्रसूति अस्पताल में काम करने वाली महिला नर्सिंग स्टाफ बिना किसी डर के ठीक से अपना काम कर सकें।