हेमामालिनी के पास मथुरा-वृंदावन के विकास का अनूठा प्रस्ताव

उत्तर प्रदेश

हेमामालिनी के पास मथुरा-वृंदावन के विकास का अनूठा प्रस्ताव

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June 27, 2022

मथुरा। ब्रज चौरासी कोस परिक्रमा के विकास के लिए पांच हजार करोड़ की योजना को केन्द्र सरकार से स्वीकृत कराने के लिए सांसद हेमामालिनी      को साधुवाद देते हुए भूतपूर्व सर्वेयर जनरल आफ इण्डिया डा पृथ्वीश नाग ने मथुरा वृन्दावन रेल लाइन एवं ब्रज के विकास से संबंधित एक अनूठा प्रस्ताव मथुरा की सांसद को भेजा है। डा नाग ने लिखा है कि विश्वनाथ मंदिर कॉरीडोर से वाराणासी को लगे चार चांद से प्रभावित होकर उन्होंने एक प्रस्ताव प्रधानमंत्री कार्यालय, केन्द्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तथा तत्कालीन केन्द्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल को 31 जनवरी 2021 को भेजा था।

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अब ब्रज चौरासी कोस परिक्रमा के बहुत बड़े प्रोजेक्ट पर अमल करने के तरीकों पर विचार विमर्श किया जा रहा है तथा इस योजना में मथुरा वृन्दावन रेल लाइन पर भी चर्चा चल रही है इसलिए यदि प्रस्तावित योजना को उसमें शामिल कर लिया जाता है तो न केवल मथुरा वृन्दावन के विकास को पंख लगेंगे बल्कि तीर्थयात्रियों को एक ऐसी सुविधा मिल सकेगी जिसके लिए वे लम्बे समय से कल्पना कर रहे थेे।

सांसद प्रतिनिधि जनार्दन शर्मा ने आज पत्रकारों को बताया कि डा नाग ने प्रस्ताव में कहा है कि मथुरा और वृन्दावन को जोड़नेवाली 11 किलोमीटर लम्बी रेल लाइन पर चलने वाली रेल बस से तीर्थयात्रियों तथा सामान्य नागरिकों की मथुरा वृन्दावन के बीच आवागमन की समस्या का निराकरण नही हो पा रहा है, जिसके कारण इस मार्ग पर पड़नेवाली आवासीय कालोनियों और व्यवसायिक प्रतिष्ठानो का उस प्रकार से विकास नही हो पा रहा है जिस प्रकार से नई योजना को क्रियान्वित करने पर हो सकता है। प्रस्ताव में कहा गया है कि नई योजना के क्रियान्वयन से रोजगार के नये अवसर भी खुलेंगे।

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प्रस्ताव के अनुसार इस 11 किलोमीटर लम्बे मार्ग पर चार लेन की सड़क बनाई जा सकती है अथवा सड़क बनाकर उसके समानान्तर ट्राम या लाइट रेल चलाई जा सकती है। इसके बनने ने न केवल विश्व स्तर के राजकीय संग्रहालय को वैकल्पिक मार्ग मिल सकता है बल्कि मन्दिरों और धर्मशाला या मॉल आदि के लिए वैकल्पिक मार्ग भी मिल सकता है। वृन्दावन स्टेशन का अधिकतम विकास कर नये रास्ते खोले जा सकते हैं साथ ही वृन्दावन को आगरा, भरतपुर और पश्चिम भारत के शहरों से जोड़ा जा सकेगा।

प्रस्ताव के अनुसार वृन्दावन के पूर्व में यमुना पर पुल बनाकर उसे गोकुल , महाबन, बल्देव आदि से जोड़ा जा सकता है तथा यमुना एक्सप्रेसवे पर पहुंचने के लिए वैकल्पिक मार्ग भी दिया जा सकता है। शर्मा के अनुसार प्रस्ताव में यह भी बताया गया है कि इस प्रोजेक्ट को कुछ परिवर्तन के साथ किस प्रकार राष्ट्रीय राजमार्ग से जोड़कर क्षेत्र का चतुर्दिक विकास किया जा सकता है तथा उपेक्षित सी पड़ी यह रेल लाइन क्षेत्र के विकास की नई पटकथा लिख सकती है।

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