विन्ध्याचल। प्रसिद्ध विन्ध्याचल नवरात्र मेले में पंडों के आगे मिर्जापुर जिला प्रशासन बेबस नजर आ रहा है। नवरात्रि मेले में आज सुबह उस समय अजीबोगरीब स्थिति पैदा हो गई जब भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष एवं विधायक विजय बहादुर पाठक एक सामान्य यजमान की तरह अकेले बगैर लाव लश्कर के दर्शन पूजन करने पहुंचे। पंडो द्वारा यजमानों के साथ हो रहे दुर्व्यवहार एवं दो दो सौ रुपए लेकर प्रवेश देने का दृश्य देख कर हत्प्रभ रह गए ।
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हद तो तब हो गई जब गेट पर खड़े एक पंडा प्रवेश देने के लिए उनसे भी पैसा मांग बैठा और बगैर पैसे के प्रवेश देने से मना कर दिया। फिर क्या था उनका धैर्य जबाब दे गया और वे धरने पर बैठने की घोषणा कर दी जिससे हडकंप मच गया।
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मामला की गम्भीरता देखते हुए नवरात्र मेले के सुपर मेलाधिकारी अपर जिलाधिकारी एस पी शुक्ल एवं एसडीएम शिव प्रसाद यादव पहुच कर मामले को सम्भाला। दर्शनार्थियों से खुलेआम पैसा लेने और पैसा न देने पर उनके साथ दुर्व्यवहार की घटना को गम्भीर मानते हुए पुलिस के जवान तैनात कर दिए गए। पंडे माफी मांगने लगे। श्री पाठक के विरोध को देख आम यजमान उनके साथ खड़े होने लगे थे। लोग पंडों के गुंडई की उनसे शिकायत करने लगे और इससे निजात दिलाने की मांग भी रख दी।
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एक दिन पहले प्रतिबंध के बाबजूद मां विन्ध्यवासिनी के गर्भ गृह में चरण स्पर्श करने का मामला प्रकाश में आने पर कमिश्नर योगेश्वरराम मिश्र ने पंडो को लताड़ा था और कार्यवाही करने की चेतावनी दी थी। मेलाधिकारी श्री शुक्ल खुद पंडो की हरकत पर असहाय दिखे।
असल में विन्ध्याचल में पंडों का साम्राज्य चलता है। किसी के साथ दुर्व्यवहार या मार देना उनके बाये हाथ का काम है। आये दिन दर्शनार्थी बेइज्जत और अपमानित होते हैं। मामला थाने तक जाता जरूरत है पर फिर समाप्त हो जाता है।