ग्रामीण क्षेत्र में अभी भी शिक्षा का अभाव है _ जय विलास
अछल्दा (औरया)। पूर्व आईपीएस ने अपने जनपद का इतिहास,रीतिरिवाज,सहित अन्य विषयों को लेकर एक किताब लिखी जिसकी क्षेत्रीय लोगों ने प्रशंशा कर पूर्व आईपीएस तथा पूर्व राष्ट्रपति के सलाहकार को क्षेत्रवासियों ने सम्मान समारोह आयोजित कर सम्मानित किया गया । इस मौके पर उपरोक्त लोगों ने अपने अपने विचार व्यक्त किये l कस्बा के हरीगंज बाजार स्थित एक गेस्ट हाउस में पूर्व राष्ट्रपति के सलाहकार रहे एवं वर्तमान में भारतरत्न डॉ0 भीमराव अम्बेडकर स्मारक एवं सांस्कृतिक केन्द्र के उपाध्यक्ष जय विलास ने पूर्व आईपीएस हरीश कुमार द्वारा लिखी गयी पुस्तक इटावा कल आज और कल के विषय मे चर्चा करते हुये कहा कि हम लोगों के समय मे शिक्षा प्राप्त करने के लिये बहुत ही कठिन संघर्ष करने के उपरांत दूरदराज जाकर शिक्षा ग्रहण करते थे तब कई लोग उच्च पदों पर बैठ पाये।
यह भी देखें : स्वावलम्बी बनकर आगे बढ़ना, बाधाओं से कभी न डरना
आज के दौर में शिक्षा में कई परिवर्तन हुये हैं उन्होंने अपने जीवन के कठिन दौर के बारे में लोगों को बताया l वहीं पुस्तक के लेखक पूर्व आईपीएस हरीश कुमार ने कहा कि पहले औरया एवं इटावा एक जनपद हुआ करता था और आज भी दोनों जनपदों के लोग हर क्षेत्र मे एक दूसरे के पूरक हैं उन्होंने कहा कि आज की पीड़ी पुराने रीति रिवाजों को भूलते जा रहे है जब किसी के यहाँ मांगलिक कार्यक्रम या अन्य कार्यक्रम होते हैं तो बुजुर्गों को याद किया जाता है रीति रिवाज तो बुजुर्ग लोग ही बताते हैं आज की युवा पीढ़ी को पुराने रीति रिवाज को सीखने की जरूरत है जिससे पुरानी रीति रिवाजों को लोग याद रखें उन्होंने कहा कि इटावा जनपद में कई राजनेता हुये हैं कई चर्चित हस्तियाँ हई हैं ऐसी तमाम चीजे हैं जो अपने जनपद को ऐतिहासिक बनातीं हैं इस मौके पर विपिन कुमार दुबे सहित दर्जनों लोग उपस्थित रहे l