मेलबर्न से शुरू हुआ करियर मेलबर्न में ही आकर समाप्त
मेलबर्न।सानिया मिर्जा और रोहन बोपन्ना की भारतीय जोड़ी को ऑस्ट्रेलियाई ओपन मिश्रित युगल के फाइनल में शुक्रवार को ब्राजील की लुइसा स्टेफनी और राफेल माटोस से हारकर टूर्नामेंट में दूसरे स्थान से संतोष करना पड़ा। ब्राजीलियाई जोड़ी ने सानिया और बोपन्ना को रॉड लेवर एरिना पर 6-7 (2), 2-6 से मात दी।
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सानिया अपने करियर का आखिरी ग्रैंड स्लैम मुकाबला खेलने उतरीं मगर ब्राजीलियाई जोड़ी ने पहले सेट के टाईब्रेकर में 3-0 की बढ़त ले ली। सानिया और बोपन्ना ने स्कोर 2-3 पर लाकर वापसी की, मगर भारतीय जोड़ी लगातार दो ओवरहेड्स से चूकी, जिसमें सेट पॉइंट भी शामिल था।
स्टेफनी और माटोस ने दूसरे सेट के चौथे गेम में सानिया की सर्विस तोड़कर 3-1 से बढ़त बना ली। जब सानिया मैच में बने रहने के लिये सर्विस कर रही थीं तब भी ब्राजीलियाई जोड़ी ने उनकी सर्विस तोड़ी और मैच सीधे सेटों में जीत लिया। इस हार के साथ सानिया का दूसरी बार आस्ट्रेलियाई ओपन का मिश्रित युगल खिताब जीतने का सपना टूट गया।
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यह सानिया के करियर का अंतिम ग्रैंड स्लैम मैच था। भारत की 36 वर्षीय टेनिस सनसनी ने अगले महीने दुबई मास्टर्स के बाद खेल से संन्यास लेने की घोषणा की है। उन्होंने 2009 में हमवतन महेश भूपति के साथ मेलबर्न में मिश्रित युगल का खिताब अपने नाम किया था। वह इसके अलावा पांच ग्रैंड स्लैम जीत चुकी हैं जिनमें से दो मिश्रित युगल में आये हैं।
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सानिया ने मैच के बाद कहा, मेरी पेशेवर यात्रा 2005 में मेलबर्न में ही शुरू हुई थी। मेरे लिये अपने करियर को समाप्त करने के लिये इससे बेहतर जगह और कोई नहीं हो सकती थी।उल्लेखनीय है कि स्टेफनी और माटोस ऑस्ट्रेलियाई ओपन का मिश्रित युगल खिताब जीतने वाली पहली ब्राजीलियाई जोड़ी है।