लखनऊ। उत्तर प्रदेश में सरकार ने मेट्रो स्टेशन जैसे अत्याधुनिक बस स्टेशन बनाने का फैसला किया है। इसके पहले चरण में प्रदेश के सभी जिलों के एक-एक बस स्टेशन को अत्याधुनिक स्वरूप दिया जाएगा। सरकार की ओर से शुक्रवार को जारी बयान के अनुसार इन स्टेशनों को सार्वजनिक एवं निजी क्षेत्र की भागीदारी (पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप) से विकसित किया जाएगा।
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इसके लिए परिवहन विभाग जल्दी ही निजी क्षेत्र की कंपनियों से बातचीत कर यथाशीघ्र एक योजना बनाकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के समक्ष प्रस्तुत करेगा। परिवहन विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि अगले पांच साल में प्रदेश में वैश्विक स्तर के 25 बस स्टेशन बनाये जाने का लक्ष्य तय किया है।
उप्र परिवहन ने हर गांव को बस सेवा से जोड़ने के लिए अपने बेड़े में 2000 बसों का इजाफा करने की तैयारी कर ली है।
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सरकार की योजना हर गांव को प्रधानमंत्री सड़क योजना के जरिए पास की मुख्य सड़क से जोड़ने के साथ 2000 नई बसों के जरिए हर गांव को रोडवेज की सुविधा से जोड़ने की भी है। इन सभी वजहों से सरकार बस बेड़ों में इसी वजह से लगातार विस्तार भी कर रही है। इसमें अत्याधुनिक किस्म की भी बसें शामिल हैं।