- ग्रामीणों का आरोप वन विभाग ने पिंजड़ा तो लगाया पर उसमें तेंदुए के लिए चारा नहीं रखा
- जल्द से जल्द गन्ना काटकर मील पहुंचाने की कोशिश में किसान बंदूक, कांता, बल्लम लेकर खेतों पर डटे
फर्रुखाबाद: यूपी के फर्रुखाबाद जिले में बीते 10 दिन से वन विभाग और ग्रामीणों के लिए लगातार मुसीबत बने जंगली जानवर (तेंदुए)ने आज ग्रामीणों पर हमला कर दिया।ग्रामीणों के शोर मचने पर जंगली जानवर गन्ने में कही खो गया। वन विभाग एक सप्ताह से खाली पिंजंरा लगाकर सिर्फ खानापूर्ति कर रहा है। आज उसकी तलाश ड्रोन कैमरे से की गई। थाना अमृतपुर क्षेत्र के ग्राम उदयपुर, अम्बरपुर, गोटिया, सबलपुर में वन विभाग को तेंदुए के नए चिन्ह फिर मिले हैं। फिलहाल उसके लिए क्षेत्र में पानी, भोजन और सुरक्षा के लिए गन्ने की फसल जंगल जैसा माहौल पैदा कर रही है। वहीं तस्वीर में देखा जा सकता है कि हजारों बीघा में खड़ी गन्ने की फसल तेंदुए को सुरक्षा और वन विभाग के लिए मुसीबत वन गई है,जो उसे पकड़ने में रोड़ा बनी है।
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जब इस मामले में ग्रामीणों से बात की गई तो उन्होंने बताया कि वन विभाग ने पिंजरा लगाकर सिर्फ खानापूर्ति की है, खाली पिंजरा लगा दिया उसमें जंगली जानवर के लिए कोई चारा नहीं रखा। वन विभाग न तो कोई बाहर से टीम को भी बुला रहा है, और न ही कोई कारगर कदम उठा रहा है। ग्रामीणों का यह भी कहना है कि गन्ने की फसल में एक तरफ से सर्च ऑपरेशन चलाया जाए तो हो सकता है जंगली जानवर पकड़ा जाए। एक किसान ने बताया गन्ने का सीजन चल रहा है चीनी मिल से पर्चियां आती हैं और समय पर गन्ना पहुंचाना जरूरी है। समय पर गन्ना न पहुंचने पर न तो पैसा मिलेगा न गन्ना जाएगा, जो हमारा नुकसान हो जाएगा। किसान अपने खेतो में बंदूक, कांता भाला, फरसा ,लाठी, डंडा लेकर गन्ने के खेत में जानवर को ढूंढने में लगे हैं, और अपनी फसलों, खेतों की रखवाली कर रहे हैं।
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आपको बताते चले बीते 30 मार्च 2017 को नवाबगंज के सिरमौड़ा बांगर गांव में किसान मानसिंह यादव और अहिवरन सिंह अपने खेत में गेहूं की फसल काटने पहुंचे थे। इसी दौरान फसल में घात लगाकर बैठे बाघ ने मानसिंह पर हमला कर दिया है। इसके बाद बाघ ने अहिरवन सिंह को अपना शिकार बनाया और उन्हें जख्मी कर दिया था।