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फफूंद स्टेशन पर अनशन पर बैठे मां बेटे को पुलिस ने उठाया

फफूंद स्टेशन पर अनशन पर बैठे मां बेटे को पुलिस ने उठाया

फफूंद स्टेशन पर अनशन पर बैठे मां बेटे को पुलिस ने उठाया

औरैया। यूपी के औरैया जिले में दिबियापुर के फफूंद रेलवे स्टेशन पर ट्रेनों के ठहराव व अन्य मांगो को लेकर गांधी जयंती पर रविवार को आमरण अनशन पर बैठे सामाजिक कार्यकर्ता अन्नू पाल व उनकी मां पुष्पा पाल को पुलिस अधिकारियों ने जिले में धारा 144 का हवाला देते हुए अनशन स्थल से बलपूर्वक उठा लिया। पिछले माह 12 सितंबर को इन्हीं मांगों को लेकर श्री कृष्ण पिछड़ा के साथ अपना भी आमरण अनशन खत्म करने वाले अन्नू पाल ने मांगे पूरी ना होने पर फिर से मां पुष्पा पाल के साथ गांधी जयंती पर आमरण अनशन पर बैठने का ऐलान किया था। अपनी घोषणा के अनुसार अन्नू अपनी मां के साथ रविवार सुबह रेलवे परिसर पहुंचे और आमरण अनशन पर बैठ गए। इसकी सूचना आरपीएफ जीआरपी व दिबियापुर पुलिस को मिली तो आरपीएफ जीआरपी व दिबियापुर थाने के एसएचओ शशि भूषण मिश्र अनशन स्थल पर पहुंचे और अन्नू पाल को अनशन खत्म करने के लिए पहले समझाया और फिर बाद में दोपहर 12 बजे तक उठ जाने की चेतावनी दे दी। पुलिस ,जीआरपी,आरपीएफ अधिकारियों ने उन दोनों

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आंदोलनकारियों को जनपद में धारा 144 लागू होने व धरना की परमिशन न होने पर धरना समाप्त करने की बात कही, लेकिन अन्नू पाल धरना से हटने को तैयार नही हुए। बाद में सीओ औरैया सुरेंद्र नाथ ने पुलिस बल के साथ आकर अन्नू पाल व उनकी मां को उठाकर पुलिस गाड़ी में बैठाल कर थाने ले गए और धरना खत्म करा दिया।उधर अन्नू पाल ने बताया कि उनकी धरना की परमिशन थी, लेकिन पुलिस ने वह निरस्त कर दी थी। बताते चलें कि औद्योगिक नगरी दिबियापुर के रेलवे स्टेशन फफूंद पर महत्वपूर्ण ट्रेनों के ठहराव एवं नगरवासियों के हित में अन्य मांगों को लेकर सामाजिक कार्यकर्ता अन्नू पाल अपनी मां पुष्पा पाल के साथ धरने पर बैठ गए जिस पर रेल एवं जिला प्रशासन सतर्क हो गया क्योंकि पूर्व में ही श्रीकृष्ण पिछड़ा द्वारा ऐसा ही एक धरना दिया गया था, परंतु उन्होंने धरना समाप्त कर दिया था। उक्त धरने में कई व्यापारी संगठन एवं सामाजिक संगठनों ने श्री कृष्ण पिछड़ा का सहयोग किया था। अन्नू पाल ने बताया कि लगातार काफी वर्षों से मुख्य ट्रेनों के ठहराव की मांग की जा रही है, मांगे तो पूरी नहीं हुई बल्कि जिन महत्वपूर्ण ट्रेनों का ठहराव था उनका ठहराव भी रेलवे द्वारा बंद कर दिया गया। जिससे नगर वासियों एवं आसपास के विभिन्न गांवों एवं दूर-दराज के लोगों से व्यापार करने वाले व्यापारियों को औद्योगिक नगरी दिबियापुर आने और अन्य शहरों में जाने में काफी समस्या का सामना करना पड़ता है जिस पर किसी के द्वारा भी कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया और मजबूर होकर उनको स्वयं अपनी मां के साथ अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठना पड़ा।

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अन्नू पाल ने बताया आज गांधी जयंती के मौके पर वह शांतिपूर्ण रूप से धरना दे रहे हैं और उनकी मांग है कि रेलवे प्रशासन उनकी मांगों को मानकर नगर की जनता के हित में ट्रेनों के ठहराव एवं अन्य महत्वपूर्ण कदम उठाएगा । वहीं दूसरी तरफ थानाध्यक्ष दिबियापुर एवं रेलवे थाना फफूंद के प्रभारी द्वारा लगातार अन्नू पाल को जनपद औरैया में धारा 144 लगने के कारण धरने को समाप्त कर हटने को कहा गया था। परंतु अन्नू पाल का कहना था कि वह शांतिपूर्ण रूप से धरना दे रहे हैं, जिससे किसी को कोई भी परेशानी नहीं होनी चाहिए। वहीं दूसरी ओर प्रभारी निरीक्षक रेलवे थाना फफूंद द्वारा सामाजिक कार्यकर्ता अन्नू पाल को धरने के कारण मौके पर भीड़ लगने पर जनपद औरैया में धारा 144 का उल्लंघन होना बताया और धरने से हटने का अनुरोध किया गया जिसपर अन्नू पाल धरने से हटने को टस से मस न हुए । बाद में स्थानीय पुलिस ने अन्नू पाल व उसकी मां के खिलाफ जनपद में धारा 144 को तोड़ने सहित अन्य धाराओं में रिपोर्ट दर्ज होने के बाद सीओ सदर सुरेंद्र ने धरना स्थल पर आकर अन्नू पाल से धरना समाप्त करने की अपील की बाद में न मानने पर सीओ ने दोनों को जबरन उठाकर पुलिस की गाड़ी में बैठालकर थाने ले गए और धरने को समाप्त करा दिया गया ।

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