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वन तारा एप से अनौपचारिक शिक्षा को मिलेगा बढ़ावा: गांधी

वन तारा एप से अनौपचारिक शिक्षा को मिलेगा बढ़ावा: गांधी

वन तारा एप से अनौपचारिक शिक्षा को मिलेगा बढ़ावा: गांधी

लखनऊ। देवी संस्थान की संस्थापक डॉ. सुनीता गांधी ने कहा कि ‘वन तारा’ ऐप से अनौपचारिक शिक्षा को प्रोत्साहन मिलेगा और इस एप के जरिये कोई भी अपना वन तारा स्कूल शुरू कर सकेगा। 14 वें एजुकेशनल लीडरशिप समिट के समापन सत्र को संबोधित करते हुये उन्होने कहा कि एप का उद्देश्य उच्च गुणवत्ता वाली और विद्यार्थी-केंद्रित शिक्षा का विकेंद्रीकरण करना है, जिससे लाखों बच्चों को एक्सीलरेटेड लर्निंग फार आल (अल्फा) पद्धति से लाभ मिल सके। यह ऐप बच्चों को एनआईओएस परीक्षाओं में उत्तीर्ण कराने के लक्ष्य तक पहुँचने में मदद करेगा, जिससे उन्हें बाद में मुख्यधारा के स्कूलों में शामिल होने का अवसर मिल सकेगा।

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उन्होने कहा कि वन तारा उन बच्चों और किशोरियों के लिए एक निःशुल्क स्कूल है, जिन्हें शिक्षा से वंचित रखा गया है। इसे अल्फा के द्वारा संचालित किया जाता है। वन तारा स्कूल इन बच्चों को यह उम्मीद देता है कि वे अपने संघर्ष में अकेले नहीं हैं। इस स्कूल में बच्चों को वीडियो, कहानी की किताबें, रोलप्ले और अन्य तरीकों से पढ़ाना शामिल है। ऐप से निःशुल्क अध्ययन सामग्री भी डाउनलोड की जा सकती है। ‘वन तारा’ केंद्र चलाने वाले व्यक्ति इस ऐप में शिक्षकों की संख्या, छात्रों की संख्या, उपस्थिति, और शिक्षकों की उपस्थिति जैसी जानकारी भी जोड़ सकते हैं।

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प्रथम ग्लोबल लर्निंग लैब कॉन्क्लेव के हिस्से के रूप में आयोजित कार्यक्रम के दौरान बुधवार को वन तारा इनिशिएटिव लॉन्च किया गया। यह एक एडटेक उपकरण है जो आम नागरिकों को आवश्यक ज्ञान, कौशल और सामग्री प्रदान करके उन्हें एक अनौपचारिक शिक्षा केंद्र खोलने के लिए सशक्त बनाता है। इस लॉन्चिंग में लखनऊ के विभिन्न झुग्गी क्षेत्रों के 100 से अधिक बच्चों की उपस्थिति ने इसे एक महत्वपूर्ण पल बना दिया।

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