लखनऊ । समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आरोप लगाया है कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार की गलत नीतियों से किसान और नौजवान बेहाल है। साथ ही उन्होंने दावा किया कि भाजपा सरकार के दस साल के कार्यकाल में महंगाई और कर्ज से परेशान होकर एक लाख से ज्यादा किसान आत्महत्या कर चुके हैं। यादव ने शनिवार को कहा कि किसानों को उनकी फसल का सही मूल्य नहीं मिल रहा है। खेती का लागत मूल्य बढ़ता जा रहा है, जिसके कारण किसान कर्ज में डूबता जा रहा है। भाजपा सरकार में किसान, नौजवान और अन्य लोग सूदखोरों से परेशान है। सूदखोरो से त्रस्त होकर लोग आत्महत्या करने पर विवश हैं।
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यादव ने कहा कि इटावा में साहूकारों के हर दिन के तगादा और प्रताड़ना से परेशान एक युवा किसान ने आत्महत्या कर ली। भाजपा सरकार के दस साल के कार्यकाल में महंगाई और कर्ज से परेशान होकर एक लाख से ज्यादा किसान आत्महत्या कर चुके हैं। भाजपा सरकार की नीतियां गरीब और किसान विरोधी हैं तथा पूंजीपतियों के लिए बनायी गयी है। यादव ने कहा कि भाजपा सरकार में पूरे प्रदेश में सूदखोरों का आतंक है।
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बलिया, प्रयागराज, लखनऊ कानपुर, इटावा, शाहजहांपुर, हर जगह सूदखोरों से लोगों का जीना हराम है। इस तरह के कर्ज से सबसे ज्यादा गरीब किसान और कमजोर ही शिकार बनते है। एक बार लोग इनके चंगुल में फंस जाते है तो फिर निकलना मुश्किल हो जाता है। यादव ने कहा कि भाजपा सरकार झूठी योजनाओं के द्वारा जनता को बरगलाने का काम करती है। गरीबों, किसानों के लिए बैंकों से कम ब्याज और आसानी से कर्ज की योजनाएं जमीन पर उतरती नहीं दिखती है। सरकारी व्यवस्था इतनी जटिल है कि बैंकों से किसानों को लोन नहीं मिल पाता है तब लोग छोटी-छोटी जरूरतों के लिए सूदखोरों के जाल में फंस कर अपनी जान गंवाने पर मजबूर हो जाते हैं।