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अब बाढ़ के खतरे से हमेशा हमेशा के लिए बच जाएंगे औरैया के इस तटवर्ती गांव के लोग

अब बाढ़ के खतरे से हमेशा हमेशा के लिए बच जाएंगे औरैया के इस तटवर्ती गांव के लोग

अब बाढ़ के खतरे से हमेशा हमेशा के लिए बच जाएंगे औरैया के इस तटवर्ती गांव के लोग

औरैया। यूपी के औरैया जिले में पिछले तीन सालों से यमुना किनारे पर बसे कई गांवों के लिए मुशीबत बनी हुई है। यमुना नदी का जल स्तर बढ़ जाने से लोग गांवों से पलायन करने को मजबूर हो जाते हैं। औरैया जिले के ऐसे ही एक गांव को मुख्यमंत्री ने तोहफा दिया है, जहां इन गांव वालों को अब बाढ़ से निजात मिल जाएगी। हम बात कर रहे हैं यमुना के किनारे बसे अस्ता गांव की। इसे यहां से हटा कर वन विभाग की ऊंची जमीन पर बसाया जाएगा। वन विभाग की यह जमीन गांव बसाने के लिए दिए जाने का प्रस्ताव शासन से स्वीकृत हो गया है।

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बता दें कि पिछली साल आई बाढ़ ने लोगों के लिए ज्यादा मुसीबत खड़ी कर दी थी। तब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खुद यमुना में आई बाढ़ वाले क्षेत्र का हेलीकॉप्टर से जायजा भी लिया था। तब अस्ता गांव की हालत को देख कर मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को इन गांव के लोगों को दूसरे स्थानों पर बसाने के निर्देश दिए थे जो अब अधिकारियों की मेहनत से पूरे किए गए। वैसे तो औरैया जिले में 3 तहसीलें हैं लेकिन 2 तहसीलें ऐसी हैं जो यमुना के जलस्तर बढ़ने से प्रभावित हो जाती हैं। इनमें करीब 50 से ज्यादा गांव है लगते हैं, लेकिन सबसे ज्यादा नुकसान अजीतमल तहसील क्षेत्र में बसे गांवों में देखने को मिलता है।

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इस बार अस्ता, सिकरोड़ी और गौहानीकला जैसे कई गांवों ने बाढ़ का सामना किया और लोगों ने इन गांवों से पलायन भी किया। हालांकि इस साल यमुना का जलस्तर एक हफ्ते के अंदर ही कम होता दिख रहा है लेकिन पिछले साल जिस तरीके से बाढ़ आई थी उससे मानो गांव में तबाही का मंजर देखने को मिला था। तमाम मंत्रियों, विधायकों यहां तक कि मुख्यमंत्री ने भी बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का आसमानी दौरा किया था और हर संभव मदद देने का आश्वासन दिया था। शासन से अब बाढ़ प्रभावित होने वाले अस्ता गांव के लिए खुशखबरी आई है।

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इस गांव के लोगों को उचित स्थान पर बसाने के लिए जिले के उच्च अधिकारियों ने वन विभाग से जमीन मांगी थी और प्रस्ताव रखा था वन विभग की जमीन से ग्राम समाज की जमीन को एक्सेंज किया जाए , जो अब जा कर पूरा हुआ है। और अब इस गांव में रहने वाले 200 परिवार वालों को ऊंचे स्थान पर बसाने के लिए वन विभाग ने जमीन दे दी है जिससे अब इस गांव के लोग बाढ़ का सामना नही करेगे यह सौगात मुख्यमंत्री के निर्देश पर दी गई है। जिलाधिकारी प्रकाश चन्द्र श्रीवास्तव ने गांव में जाकर जायजा लिया और इस बात की जानकारी ग्रमीणों को भी दी। जिलाधिकारी ने बताया कि यह अस्ता गांव के करीब 200 परिवारों को ऊंचे स्थान पर बसाया जाएगा जिससे यह गांव के लोग बाढ़ से प्रभावित नही हो पाएंगे।

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