अपने 6 विधायकों को कांग्रेस में शामिल कराने से खफा मायावती ने कांग्रेस के खिलाफ मतदान के लिये व्हिप जारी किया
जयपुर : राजस्थान में चल रहे राजनीतिक गतिरोध में बसपा पूरी तरह एंट्री कर चुकी है। बसपा अब कांग्रेस से बदला लेने के मूड में दिख रही है । बसपा राजस्थान में अपने छह विधायकों को कांग्रेस में शामिल कराने के कारण कांग्रेस से नाराज चल रही थी ।सियासी तूफान को एक नया मोड़ देते हुए बसपा ने पिछले साल कांग्रेस में शामिल होने के लिये पार्टी छोड़ने वाले छह विधायकों को विधानसभा में शक्तिपरीक्षण के दौरान सत्तारूढ़ पार्टी कांग्रेस के खिलाफ मतदान करने का व्हिप जारी किया है । ऐसे में बहुमत साबित करने में कांग्रेस को पापड़ बेलने पड़ सकते है ।
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इस बारे में बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा कि दुख की बात है कि सीएम अशोक गहलोत ने अपने मुख्यमंत्री बनने के बाद अपनी बदनियत से बसपा को राजस्थान में गंभीर नुकसान पहुंचाने के लिए हमारे 6 विधसिकों को असंवैधानिक तरीक से कांग्रेस में विलय करने की गैर कानूनी कार्यवाही की है और यह गलत काम उन्होंने पिछले कार्यकाल में भी किया था।
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बसपा अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस का ये कार्य संविधान की 10वीं अनुसूचि के खिलाफ है इसलिए बसपा के द्वारा 6 विधायकों को व्हिप जारी कर निर्देशित किया गया है कि ये सदन में कांग्रेस के खिलाफ ही मत डालेंगे। बसपा ने ये निर्णय कांग्रेस के द्वारा बार-बार धोखा दिए जाने के कारण ही लिया है। उन्होंने कहा कि इस कारण से कांग्रेस अब सरकार रहती है या नहीं रहती है इसका दोष अब पूर्ण रूप से कांग्रेस और उनके मुख्यमंत्री गहलोत का ही होगा।
मायावती ने आगे कहा कि बसपा पहले भी अदालत जा सकती थी लेकिन हम कांग्रेस पार्टी और सीएम अशोक गहलोत को सबक सिखाने के लिए समय की तलाश कर रहे थे, अब हमने कोर्ट जाने का फैसला किया है। हम इस मामले को खत्म नहीं होने देंगे, जरूरत पड़ी तो हम सुप्रीम कोर्ट भी जाएंगे।