- महिला के परिजनों ने अस्पताल स्टाफ पर लगाया लापरवाही का आरोप
- चिकित्सा अधीक्षक का दावा 90 फ़ीसदी मृत हालत में महिला को लाया गया था
इटावा। उत्तर प्रदेश के इटावा में जिला मुख्यालय पर स्थापित डॉ भीमराव अंबेडकर राजकीय संयुक्त चिकित्सालय के महिला अस्पताल में गुरुवार को एक गर्भवती महिला की डिलीवरी के दरम्यान मौत हो गई । महिला की मौत के बाद उसके परिजनों का रो रो कर के बुरा हाल है । परिजनों ने अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया है लेकिन अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक इससे साफ इनकार करते हैं । गर्भवती महिला की मौत के बाद परिजनों के गुस्से को देखते सिविल लाइन थाना पुलिस भी अस्पताल में जांच के लिए पहुंच गई है । अस्पताल प्रशासन ने महिला की मौत के बाद आनन फानन उसका मृत्यु प्रमाण पत्र भी जारी कर दिया ।
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जिस महिला की मौत हुई है। इटावा के महानेपुर गांव की रहने वाली 35 साल की मृतका मीना गरीबी में जिंदगी बसर करने वाले नट जाति से ताल्लुक रखती थी। मीना के पति रामशरण का कहना है कि उसकी पत्नी की मौत अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही की वजह से हुई है ।
अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ अशोक कुमार कहते हैं कि महिला तो करीब-करीब मरी हुई हालत में ही आई थी वह तो उन्होंने महिला की स्थिति को देखने के बाद महसूस किया कि वह कहीं बाहर भेजने लायक नहीं है। इसीलिए उसका इलाज शुरू किया गया और 5 मिनट बाद ही महिला की मौत हो गयी ।
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महिला की मौत के बाद थाना सिविल लाइन पुलिस अस्पताल पहुंच गई है जो अपनी तरफ से पूरे मामले की जांच करने में जुट गई है । महिला के परिवारीजन महिला की मौत का पोस्टमार्टम कराने चाहते है इसी पर दोनों ओर से वार्ता जारी है ।