नई दिल्ली । दिल्ली की एक अदालत ने दुष्कर्म के मामले में लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) सांसद प्रिंस राज की अग्रिम जमानत याचिका को शनिवार को मंजूरी दे दी। इससे पहले दिल्ली पुलिस ने सांसद की जमानत का विरोध किया था और कहा था कि वो एवीडेंस से छेड़खानी कर सकते हैं।
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विशेष न्यायाधीश विकास ढुल ने सांसद को हिरासत में लेकर पूछताछ करने की दिल्ली पुलिस की याचिका को खारिज कर दिया और उन्हें एक लाख रुपये के मुचलके और इतनी ही राशि की जमानत की शर्त के साथ अग्रिम जमानत को मंजूरी दी दी।
सांसद के वकील ने अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश के समक्ष पेश याचिका में कहा था कि उनके मुवक्किल को झूठे मामले में फंसाया गया है। उन्होंने अदालत को यह भी बताया कि कथित पीड़िता और उसका पुरुष मित्र 2020 से प्रिंस राज को जबरन वसूली और ब्लैकमेल कर रहे थे। बिहार के समस्तीपुर से सांसद प्रिंस राज चिराग पासवान के चचेरे भाई हैं।
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जानिए क्या है पूरा मामला
समस्तीपुर के सांसद और एलजेपी प्रदेश अध्यक्ष (पारस गुट) प्रिंस राज के खिलाफ बलात्कार मामले में रिपोर्ट दर्ज की गई थी,इसमें सांसद चिराग पासवान का भी नाम है। रिपोर्ट के बाद प्रिंस राज ने गिरफ्तारी से बचने और अग्रिम जमानत के लिए दिल्ली की अदालत का रुख किया था। सांसद प्रिंस राज के खिलाफ दिल्ली के कनॉट प्लेस थाने में पार्टी की एक पूर्व कार्यकर्ता ने नशा खिलाकर दुष्कर्म करने का आरोप लगाया है। एफआइआर में पीड़िता द्वारा आरोप लगाया गया है कि उसका अश्लील वीडियो भी बनाया गया था और बाद में वीडियो को वायरल करने की धमकी भी दी गई। साथ ही उसे इस मामले की शिकायत न करने के लिए धमकाया गया और उस पर दबाव बनाया गया।
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चिराग ने कहा जो दोषी हैं उन्हें मिले सजा
एलजेपी सांसद प्रिंस राज पर लगे दुष्कर्म मामले में चिराग पासवान ने प्रतिक्रिया दी थी और कहा था कि जो दोषी हैं उसे सजा मिलनी चाहिए। चिराग ने कहा कि “जो दोषी हैं उन्हें सजा मिलनी चाहिए” वहीं रिपोर्ट में अपना नाम आने के सवाल पर उन्होंने कहा था कि “ रिपोर्ट में जहां मेरा नाम आया है वहां कहा गया है कि इस बारे में मुझे जानकारी थी। मैं तो कह रहा हूं कि मामला मेरी जनकारी में था और मैं पहला व्यक्ति हूं जिसने कहा था कि ये आपराधिक मामला है इसलिए इसे पुलिस में जाना चाहिए।” मामले में भले ही प्रिंस राज को जमानत मिल गई हो, लेकिन अब तक आरोपी सांसद प्रिंस राज का इस पर कोई पक्ष सामने नहीं आया है।
चिराग ने चिट्टी से सामने आया था मामला
यह मामला उस सामने आया जब चार माह पहले एलजेपी में टूट के बाद चिराग ने एक पत्र जारी किया, जिसमें प्रिंस राज को लेकर यह खुलासा किया गया था। इस दौरान चिराग ने पीड़िता का नाम भी उजागर कर दिया था। चिट्ठी में उन्होंने लिखा था कि किस तरह उन्होंने मामले में अपने चचेरे भाई प्रिंस राज की मदद की थी।