उरई । उत्तर प्रदेश में जनपद जालौन के दो मंदिरों में शरारती तत्वों के भगवान की प्रतिमाओं को न केवल खंडित करने बल्कि अन्य स्थानों पर क्षतिग्रस्त कर फेंकने की घटनाएं शुक्रवार को प्रकाश में आने के बाद इलाके में तनाव फैल गया।
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पुलिस अधीक्षक रवि कुमार ने बताया की आज राष्ट्रीय राजमार्ग कानपुर झांसी राष्ट्रीय राजमार्ग पर यमुना पुल के पास कालपी में अज्ञात शरारती तत्वों ने प्राचीन मंदिर में स्थापित शंकर जी एवं नंदी की मूर्ति को न केवल क्षतिग्रस्त किया बल्कि नियत स्थान से हटाकर दूसरी जगह फेंक दिया । इसके अलावा कालपी के ही खोया मंडी में शंकर जी के मंदिर में भी स्थापित मूर्तियों को खंडित कर फेंक दिया। क्षेत्र में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए घटनास्थल पर भारी पुलिस बल दिया गया है।
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प्रतिदिन की भांति सुबह लगभग छह बजे पूजा करने के लिए दुर्गा मंदिर के पुजारी राजेंद्र प्रसाद द्विवेदी जैसे ही दुर्गा मंदिर पहुंचे तो उनकी नजर बगल के ही शंकर जी के मंदिर पर पड़ी। उन्होंने देखा की शंकर जी के मंदिर में नंदी एवं शंकर जी की मूर्ति को क्षतिग्रस्त करके नियत स्थान से उखाड़ कर दूसरी जगह फेंक दिया गया है। उन्होंने तुरंत इसी सूचना हिंदू संगठनों को दी। धीरे धीरे वहां पर हिंदू संगठनों के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता इकट्ठा होने लगे ।
घटना की सूचना कार्यकर्ताओं ने स्थानी कोतवाली कालपी प्रभारी को दी सूचना पाकर तत्काल ही पुलिस बल घटनास्थल पर पहुंच गया और सुरक्षा व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन एवं पुलिस अधीक्षक रवि कुमार घटनास्थल पर पहुंच गए । इस घटना के बाद क्षेत्र में फैले तनाव को देखते हुए प्रशासन ने अन्य थानों का पुलिस बल भी मौके पर बुला लिया ।
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पुलिस अधीक्षक रवि कुमार ने बताया क्षतिग्रस्त मूर्तियों का मंदिर में पुनः प्राण प्रतिष्ठा करवाई जाएगी इसके अलावा कुछ शरारती तत्वों ने कालपी के मोहल्ला खोवा मंडी ढाल पर भी शंकर जी के मंदिर में मूर्तियों को क्षतिग्रस्त कर फेंक दिया । दुर्गा मंदिर के पुजारी राजेंद्र प्रसाद द्विवेदी की प्रार्थना पत्र के अनुसार अज्ञात शरारती तत्वों के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया है। जिलाधिकारी ने बताया कि पूरे घटनाक्रम की जांच के लिए एक जांच समिति गठित की जाएगी तथा जांच में दोषी पाये गये लोगों के खिलाफ कठोर कार्रवाई भी की जाएगी।