पर्थ। ऑस्ट्रेलिया के विस्फोटक बल्लेबाज एवं ऑलराउंडर मार्कस स्टॉयनिस ने टी20 विश्व कप 2022 में श्रीलंका के खिलाफ रिकॉर्ड तोड़ अर्द्धशतक जड़ने के बाद कहा है कि इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) ने उनका खेल सुधारने में मदद की। स्टॉयनिस ने मंगलवार को मैच के बाद यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा, “आईपीएल ने मेरे क्रिकेट को बदला है और मुझे बेहतर होने में मदद की है। यह सिर्फ खास विकेटों पर खेलने की बात नहीं है। वहां दुनिया भर के कोच और विभिन्न देशों के खिलाड़ियों के साथ खेलने का भी अनुभव मिलता है।”
यह भी देखें : भाजपा सरकार की अराजकता को मिलकर देंगे मुंहतोड़ जवाब : खड़गे
स्टॉयनिस ने श्रीलंका के खिलाफ 18 गेंदों पर 59 रन की आतिशी पारी खेली। जब वह विकेट पर आए थे तब ऑस्ट्रेलिया को सात ओवरों में 61 रन की जरूरत थी लेकिन स्टॉयनिस के दम पर कंगारुओं ने 21 गेंदें शेष रहते हुए लक्ष्य हासिल कर लिया। स्टॉयनिस ने अपनी पारी में स्पिन गेंदबाजों को निशाना बनाया जो स्कोरबोर्ड पर भी दिखा। श्रीलंका के अबूझ गेंदबाज वानिंदू हसरंगा ने अपने चार ओवरों में 53 रन दिये जबकि अपने पहले दो ओवरों में सिर्फ तीन रन देने वाले महीष तीक्षणा को तीसरे ओवर में 20 रन पड़े। स्टॉयनिस ने स्पिन के खिलाफ अपने विस्फोटक खेल का श्रेय आईपीएल को देते हुए कहा, “मैं काफी सालों तक आईपीएल में अलग-अलग टीमों में खेल चुका हूं।
यह भी देखें : मुर्मू ने देशवासियों को भाई दूज की शुभकामनाएं दी
वहां आपको स्पिन खेलने के तरीके से संबंधित कई तरह की तकनीक और मानसिकता का पता चलता है। इसने मुझे निश्चित रूप से अपना खेल सुधारने में मदद की है।” स्टॉयनिस ने इस पारी के साथ ऑस्ट्रेलिया के लिये टी20 अंतरराष्ट्रीय में सबसे तेज अर्द्धशतक बनाने का रिकॉर्ड भी अपने नाम कर लिया है। यह युवराज सिंह (2007, डर्बन) के बाद टी20 विश्व कप का सबसे तेज अर्द्धशतक भी है। स्टॉयनिस की पारी के बिना ऑस्ट्रेलिया इस मैच में संघर्ष करती हुई नज़र आ रही थी, जिसका दबाव वह खुद भी महसूस कर सकते थे।
यह भी देखें : मोदी और शाह ने गुजरात के लोगों को गुजराती नववर्ष की शुभकामनाएं दी
स्टॉयनिस ने कहा, “सच कहूं तो मैं थोड़ा दबाव में था। मेरी मंशा यही थी कि मैं क्रीज पर जाकर मैच पर कुछ असर डाल सकूं, और अपनी टीम के खिलाड़ियों में थोड़ी ऊर्जा भर सकूं।” स्टॉइनिस की आतिशी पारी की बदौलत ऑस्ट्रेलिया ने न केवल एक आरामदायक जीत दर्ज की, बल्कि अपने नेट रन रेट को बढ़ाने में भी कामयाबी हासिल की। पहले मैच में न्यूजीलैंड के हाथों मिली 89 रन की हार के बाद इस जीत ने ऑस्ट्रेलिया की सेमीफाइनल की उम्मीदों को जिंदा रखा है।