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फर्जी तरीके से प्री एक्टिवेटेड सिमें बेचने वाले गिरोह का भंडाफोड़

Gangs selling pre-activated SIMs fraudulently busted

मैनपुरी- पुलिस ने फर्जी सिम कार्ड से धोखाधड़ी कर नागरिकों के धन हड़पने वाले गिरोह के दो सदस्यों को धर दबोचा और पहुंचा दिया सलाखों के पीछे इन अभियुक्तों के पास प्री एक्टिवेटेड 55 अदद सिम, 196 ब्लैंक सिम कार्ड जो धोखाधड़ी करने में एक मोबाइल फोन भी बरामद हुआ है। एक आरोपी फरार हो गया है। यूपी के मैनपुरी जनपद में थाना बेवर पुलिस ने एक ऐसे मामले का पर्दाफाश किया है जिसमें भोले-भाले ग्रामीण नागरिकों को धोखे से अंगूठा लगवा कर प्री एक्टिवेटेड सिम जारी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है। प्रेस वार्ता में पुलिस अधीक्षक अविनाश पांडे ने बताया की लगातार साइबर सेल को शिकायतें मिल रही थी। शिकायतों को गंभीरता से लिया गया अक्सर देखा गया कि जिन लोगों की पहचान पत्र लगे थे। उन्होंने ऐसे कोई सिम जारी ही नहीं कराए थे। बेवर कस्बा के वोडाफोन कंपनी का डीलर विशाल गुप्ता संदेह के घेरे में आया जब इससे पूछताछ की गई तो उसने सारा राज उगल दिया। उसने बताया ग्राहकों की आईडी से हम दोबारा फर्जी सिम प्री एक्टिवेट कर लेते है।

उसके बाद अंकित को बेचते थे और अंकित निखिल गुप्ता के माध्यम से ग्राहकों को बेचता था। लगभग 150 रुपये की आमदनी प्रति सिम पर होती थी। अभियुक्तों ने फर्जी तरीके से प्राप्त सिम कार्ड को दिल्ली एवं अन्य स्थानों से नागरिकों से धोखाधड़ी किए जाने में प्रयुक्त किया जा रहा है। फर्जी तरीके से प्राप्त सिम कार्ड को देश विरोधी गतिविधियों में प्रयुक्त करने से इनकार नहीं किया जा सकता। पुलिस ने इन अभियुक्तों के पास से 55 वोडाफोन कंपनी की फर्जी प्री एक्टिवेटेड सिम, 196 ब्लैंक सिम कार्ड और धोखाधड़ी में प्रयुक्त किया गया एक मोबाइल भी बरामद हुआ है। हालांकि मुख्य आरोपी जो कि सिम कार्डों को ग्राहकों तक पहुंचाता था। वह अभी भी पुलिस की पकड़ से दूर है। पुलिस उसे जल्द ही गिरफ्तार करने की बात कह रही है।

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