- सामाजिक कार्यकर्ता श्रीकृष्ण पिछड़ा 5 सितंबर से मौन आमरण अनशन पर हैं
- बुधवार रात व गुरुवार को हुई वार्ता विफल
- बगैर ट्रेनों के ठहराव के अनशन खत्म ना करने का ऐलान
- कई समाजसेवियों ने अनशन पर बैठने की घोषणा की
- मौन अनशन को जबरदस्त मिल रहा नगर का समर्थन
औरैया जिले के औद्योगिक नगर दिबियापुर के फफूंद रेलवे स्टेशन पर कोविड संक्रमण काल में कई यात्री गाड़ियों का निरस्त किया गया स्टॉपेज फिर से बहाल कराने तथा कुछ अन्य ट्रेनों के ठहराव की मांग को लेकर 5 सितंबर से चल रहा सामाजिक कार्यकर्ता श्रीकृष्ण पिछड़ा का मौन आमरण अनशन लगातार चौथे दिन गुरुवार को भी जारी रहा। गुरुवार को भी रेलवे के सीनियर अधिकारी तहसीलदार और डीएसपी सदर के साथ वार्ता के लिए अनशन स्थल पर रहे पर वार्ता विफल रही। इससे पहले बुधवार रात भी रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी तथा पुलिस अधीक्षक चारू निगम ने अनशन स्थल पर पहुंचकर श्री कृष्ण पिछड़ा व उनके समर्थन में बैठे लोगों से वार्ता की थी पर अनशन कारी ट्रेनों का ठहराव न होने तक आंदोलन पर डटे रहने की बात कह रहे हैं।
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गुरुवार दोपहर उत्तर मध्य रेलवे कानपुर के डिप्टी सीटीएम आशुतोष सिंह जिलाधिकारी औरैया के निर्देशन में नायब तहसीलदार औरैया पवन श्रीवास्तव , सीओ सुरेंद्र नाथ यादव, दिबियापुर थाना प्रभारी शशिभूषण मिश्रा अनशन स्थल पर पहुंचे और समाजसेवियों से वार्ता कर उनकी मांगों को उच्चाधिकारियो के पास पहुंचाकर उन्हें पूरा कराने की बात कहकर समय मांगा और अनशन खत्म करने को कहा । इस पर समाजसेवियों व अनशन पर बैठे श्रीकृष्ण पिछड़ा नहीं माने। वार्ता विफल होने के बाद अधिकारी लौट गए। इससे पहले बुधवार देर शाम ऊंचाहार एक्सप्रेस से आए उत्तर मध्य रेलवे के यातायात रेलवे प्रबंधक सौरभ मिश्रा ने अनशन स्थल पर पहुंचकर समाजसेवियों से वार्ता की जो बेनतीजा रही। उधर देर शाम तक नगर के लोग अनशन स्थल पर डटे रहे। मांगे पूरी होने तक अनशन जारी रहेगा। 12 सितंबर से समाजसेवी अन्नू पाल ने भी भूख हड़ताल पर बैठने का ऐलान किया है। 9 सितंबर को जन जागरण मंच के महेश पांडे 24 घंटे के उपवास पर अनशन स्थल पर बैठेंगे। वरिष्ठ नागरिक कल्याण परिषद के अध्यक्ष ने भी आंदोलन में अपनी भागीदारी का ऐलान किया है।