जालौन : बुंदेलखंड के पिछड़े क्षेत्र से ताल्लुक रखने वाले एक किसान के बेटे ने उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग परीक्षा में चौथा और लड़कों में प्रथम स्थान लाकर जनपद का नाम रोशन कर दिया है. विपिन शिवहरे ने दूसरे प्रयास में ही UPPCS की परीक्षा में सफलता हासिल की है।
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उरई मुख्यालय से 30 किलोमीटर दूर कौंच तहसील के अमीटा गांव के रहने वाले विपिन शिवहरे ने यूपीपीएससी की परीक्षा में चौथा स्थान प्राप्त किया है. तीन भाइयों में सबसे बड़े विपिन की शुरुआती पढ़ाई एट गांव में सरस्वती शिशु मंदिर से हुई. उसके बाद कोंच के एसआरवी इंटर कॉलेज से बारहवीं की परीक्षा में टॉप किया. 12वीं कक्षा के बाद विपिन शिवहरे ने एसबीआई बैंक में क्लर्क के रूप में तीन साल अपनी सेवाएं देने के बाद एसएससी की परीक्षा से ऑडिटर के रूप में चयनित हुए. ऑडिटर ऑफिसर के रूप में 4 साल की नौकरी करने के बाद उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की परीक्षा में दूसरे प्रयास में चौथा स्थान प्राप्त कर अपने परिवार के साथ जनपद का नाम रोशन किया है।
विपिन शिवहरे के पिता चेतराम ने बताया कि वह पेशे से एक किसान हैं. उन्होंने खेती और दूध बेचकर अपने बच्चों की पढ़ाई पूरी करवाई. आज उनके बेटे ने प्रशासनिक परीक्षा में चौथा स्थान प्राप्त कर परिवार वालों के साथ-साथ गांव और जिला का नाम रोशन किया है. बेटे से यही आशा है कि वह गरीब असहाय लोगों की मदद करे और उसके पास जो भी शिकायत लेकर आए उसका समस्या का समाधान करे।
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विपिन शिवहरे की मां कुसमा ने बताया कि उनका बेटा शुरू से ही पढ़ाई में रुचि रखता था और उन्होंने अपने तीनों बच्चों को बाहर रहकर पढ़ाया है. पति खेती किसानी का काम करते थे जिस कारण वह साथ में नहीं रह सके, लेकिन आज हम लोगों की मेहनत सफल हुई है और वह हमेशा से यही चाहती थी कि उनका बेटा परिवार गांव और जिले का नाम रोशन कर प्रशासनिक सेवा में जाकर लोगों की मदद कर सके।
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विपिन शिवहरे के भाई चंदन शिवहरे ने बताया तीनों भाइयों में वह सबसे बड़े हैं और हमेशा से ही पढ़ने में होशियार रहे हैं. उन्होंने 12वीं कक्षा में ही बैंक में नौकरी हासिल कर ली थी. उसके बाद ऑडिटर के रूप में चयन कर भोपाल में अपनी सेवाएं दे रहे थे. आज परीक्षा का परिणाम आने के बाद प्रदेश में चौथा स्थान प्राप्त किया है, जिससे हम लोगों में खुशी का ठिकाना नहीं है।
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