औरैया में अखिल भारतीय कवियत्री सम्मेलन में बही साहित्य सरिता
औरैया। औरैया शहर में चल रहे देवकली महोत्सव में बुधवार रात पहली बार अखिल भारतीय कवियत्री सम्मेलन आयोजित किया गया। इसमें देश की नामचीन कवियत्री मंच पर एकत्रित हुईं। हास्य,व्यंग, छंद, मुक्तक, गजल, गीत की साहित्य सरिता में श्रोता गोते लगाते रहे। मंच के संचालन की बागडोर कवि डा.सर्वेश आस्थाना ने संभाली।
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सम्मेलन का शुभारंभ मत्स्य राज्य मंत्री डा.संजय निषाद ने मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्जवलित कर किया। उन्होंने कहा कि साहित्य समाज का दर्पण है। हर किसी को अपनी भूल सुधार का अवसर इस मंच से ही मिलता है। कविता के माध्यम से खामियां उजागर होती हैं। इसके बाद कवियत्री गीता चतुर्वेदी, इति शिवहरे, डा.शुभम त्यागी, नंदनी श्रीवास्तव, मुमताज नसीम, प्रियंका राय ने छंद,मुक्तक, श्रंगार रस के गीत प्रस्तुत किए। मुमताज नसीम के गीत उसका मफलर जब से मिला, अपना दुपट्टा भूल गई। उसको छोड़कर आई जब मैं, घर का रस्ता भूल गई।
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कीर्ति काले ने बेटी चली ससुराल, रखना सबका ख्याल रे गीत सुनाकर सम्मेलन का समापन किया। जिलाधिकारी डा. प्रकाश चंद्र श्रीवास्तव व मुख्य अतिथि ने सभी कवियत्री को शाल ओढ़ाकर व देवकली महोत्सव का स्मृति चिह्न भेंटकर मान बढ़ाया। काव्य हृदय जिलाधिकारी ने अतिथियों, श्रोताओं व कवियत्री के सम्मान में काव्य पाठ भी किया। इस मौके पर जिलाध्यक्ष श्रीराम मिश्र, मुख्य विकास अधिकारी अनिल कुमार सिंह, अपर जिलाधिकारी राजस्व एवं वित्त महेंद्र पाल सिंह, अपर जिलाधिकारी न्यायिक अब्दुल बासिद, कवि अजय अंजाम आदि मौजूद रहे।