नई दिल्ली: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन विश्व स्वास्थ्य संगठन यानी (WHO) के 34 सदस्य एग्जीक्यूटिव बोर्ड के चेयरमैन का पदभार संभाल लिया है। गौरतलब है कि मौजूदा वक्त में कोरोना वायरस की वजह से पूरी दुनिया की हालत बद से बदतर हो गई है। इस महामारी को लेकर हर तरफ अफरा-तफरी मची हुई है। ऐसे वक्त में विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भारत को महत्वपूर्ण पद मिलना कई मायने में बेहतर है। कोरोना काल में भारत ने न सिर्फ अपने देश में काफी हद तक कोरोना को रोकने का प्रयास किया है बल्कि पूरे विश्व को मदद भी की है। भारत ने इस कोरोना काल में अपनी एक अलग पहचान बनाई है। गौरतलब है कि कोरोना महामारी के बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन के खिलाफ कई देश खड़े हो गए हैं जिसमें पहला नंबर अमेरिका का आता है अमेरिका विश्व स्वास्थ्य संगठन से बेहद खफा है अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने विश्व स्वास्थ्य संगठन पर कई सारे गंभीर आरोप भी लगाए हैं। ऐसे वक्त में विश्व स्वास्थ्य संगठन का प्रतिनिधित्व भारत कर रहा है। कई देशों के लिए काफी खुशी की बात है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन जापान के डॉक्टर हीरोकी नकतानी की जगह ली है।
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आपको बता दें बीते मंगलवार को 194 देशों की विश्व स्वास्थ्य सभा द्वारा भारत को कार्यकारी बोर्ड में नियुक्त करने के प्रस्ताव पर हस्ताक्षर किए। डब्ल्यूएचओ के दक्षिण-पूर्व एशिया समूह ने पिछले साल सर्वसम्मति से निर्णय लिया था कि भारत को तीन साल के कार्यकाल के लिए कार्यकारी बोर्ड के लिए चुना जाएगा। जिसको लेकर डॉक्टर हर्षवर्धन को विश्व स्वास्थ्य संगठन का एग्जीक्यूटिव चेयरमैन चुना गया है।