सीएम योगी आदित्यनाथ अपने सरकारी आवास पर एक उच्च स्तरीय बैठक में लोग डॉन की व्यवस्था को लेकर समीक्षा की साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रवासी कामगारों, श्रमिकों के लिए रोजगार की व्यापक कार्य योजना तैयार करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि कामगारों श्रमिकों को मनरेगा एमएसएमई, ओडीओपी, विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना, महिला स्वयं सहायता समूह, डेरी, खाद्य प्रसंस्करण तथा गौ आश्रय स्थल से जोड़ते हुए रोजगार का प्रबंध किया जाए। दुग्ध समितियों तथा पौध नर्सरी के माध्यम से भी प्रवासी कामगारों श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध कराने की कार्रवाई की जाए..
सीएम ने अधिकारियों को निर्देशित किया है कि वे यह सुनिश्चित करें कि प्रवासी कामगार, श्रमिक पैदल यात्रा कर प्रदेश में ना आएं। राज्य सरकार प्रवासी कामगारों व श्रमिकों की सुरक्षित वापसी के लिए कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश वापस लौटने वाले प्रवासी कामगारों श्रमिकों के स्वास्थ्य की जांच की जाए इसके लिए प्रत्येक क़वारेंटीन सेंटर में मेडिकल टीम की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए, स्वस्थ होने की दशा में 14 दिन की होम क्वॉरेंटाइन के लिए कामगारों श्रमिकों को घर भेजा जाए। स्वास्थ्य परीक्षण में अस्वस्थ पाए गए लोगों के उपचार की व्यवस्था की जाए उन्होंने कहा कि घर भेजे जाने वाले कामगारों श्रमिकों को राशन किट उपलब्ध कराया जाए। निराषितों को राशन किट के साथ-साथ 1 हजार का भरण-पोषण भत्ता भी दिया जाए।
विदेश से आने वाले लोगों की मेडिकल स्क्रीनिंग व क़वारेंटीन के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि क्वॉरेंटाइन सेंटर की संख्या में वृद्धि की जाए, कम्युनिटी किचन की संख्या बढ़ाते हुए इनके माध्यम से गुणवत्ता परक भोजन की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए उन्होंने निर्देश दिए कि लॉकडाउन को सख्ती से लागू किया जाए सोशल डिस्टेंसिंग का कड़ाई से पालन कराया जाए. सभी जनपदों में सैनिटाइजेशन का कार्य निरंतर जारी रखा जाए।