Home देशशहर और राज्यउत्तर प्रदेशलखनऊ सीएम ने कोरोना के बढ़ते प्रकोप को लेकर अधिकारियों को दिए सख़्त निर्देश…

सीएम ने कोरोना के बढ़ते प्रकोप को लेकर अधिकारियों को दिए सख़्त निर्देश…

by
  • 24 घंटों में कोरोना के 6239 नए मामले आए सामने
  • एक्टिव मामलों की कुल संख्या हुई 68,122

लखनऊ: प्रदेश में कोरोना का कहर लगातार जारी है। पिछले 24 घंटों में कोरोना के 6239 नए मामले सामने आए हैं। एक्टिव मामलों की कुल संख्या 68,122 है। जो लोग पूरी तरह ठीक होकर डिस्चार्ज हो चुके हैं उनकी संख्या 2,39,485 हो गई है। संक्रमित लोगों में से 4429 लोगों की अभी तक मृत्यु हुई है। प्रदेश में एक्टिव मामलों की कुल संख्या 68,122 है जिनमें से 36,329 लोग होम आइसोलेशन में हैं। अब तक 1,53,543 लोगों ने होम आइसोलेशन का विकल्प लिया है, जिसमें से 1,17,214 का होम आइसोलेशन की अवधि समाप्त हो चुकी है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड-19 से बचाव के लिए इसके प्रति पूरी सावधानी बरते जाने की आवश्यकता है। इसे ध्यान में रखते हुए कोविड-19 से बचाव के लिए जागरूकता कार्यक्रम निरंतर संचालित किए जाएं। आमजन को बेहतर चिकित्सा सुविधाएं सुलभ कराने के लिए कृतसंकल्प है। प्रदेशवासियों को कोविड-19 के संक्रमण से बचाव व उपचार के लिए राज्य सरकार द्वारा हर संभव कदम उठाया जा रहा है। कोविड-19 के प्रति जागरूकता के लिए पुलिस व प्रशासन मिलकर पब्लिक एड्रेस सिस्टम के माध्यम से अभियान चलाएं।

यह भी देखें…दिल्ली दंगो में येचुरी, योगेंद्र यादव सहित कई नामचीन लोगों के नाम चार्जशीट में शामिल

मास्क न पहनने वालों के प्रति सद्भावनापूर्ण ढंग से प्रवर्तन कार्रवाई की जाए। इसका उद्देश्य लोगों को कोरोना काल में मास्क पहनने के महत्व से परिचित कराना होना चाहिए। मुख्यमंत्री ने प्रदेश में कोविड-19 के टेस्ट की संख्या 75 लाख से अधिक होने पर संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि निरंतर अधिक से अधिक टेस्ट किए जाएं। इसके दृष्टिगत, चिकित्सकों, पैरामेडिक्स तथा अन्य चिकित्साकर्मियों को अधिक से अधिक संख्या में प्रशिक्षित कराया जाए। सभी कोविड अस्पतालों में हाई फ्लो नेजल कैन्युला, दवाई आदि सहित सभी आवश्यक वस्तुओं की निरंतर उपलब्धता सुनिश्चित की जाए।

यह भी देखें…इटावा में संक्रमितों का आंकड़ा 3000 के पार, एक और महिला की मौत

जनपद लखनऊ, गोरखपुर, प्रयागराज, कानपुर नगर, मेरठ में संक्रमण की स्थिति को देखते हुए विशेष सतर्कता बरतने की आवश्यकता है। ऑक्सीजन की उपलब्धता 48 घंटे के बैकअप के साथ रहनी चाहिए। ऑक्सीजन प्लांट पूरी क्षमता के साथ कार्य करें। ऑक्सीजन की कालाबाजारी प्रत्येक दशा में रोकी जाए। ऐसी गतिविधियों में संलग्न व्यक्तियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी।

You may also like

Leave a Comment