महोबा। भाई-बहन के अनूठे प्रेम के प्रतीक पर्व रक्षाबंधन के रक्षासूत्र में इस साल ‘बुलडोजर बाबा’ की एंट्री ने राखी बाजार की रौनक में चार चांद लगा दिए हैं। बाजार में उपलब्ध विभिन्न प्रकार की फैंसी राखियों से परे महिलाओं में बुलडोजर बाबा राखी के प्रति खासा आकर्षण है। उत्तर प्रदेश में कानून ब्यवस्था को कायम करने के लिए माफिया ओर अपराधियो पर नियंत्रण के लिये मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा अपनाए गए ‘बुलडोजर’ फार्मूला को हर किसी ने खूब पसंद किया है।
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समाज में अमन चैन के विरोधियों पर इसका कहर बरपा तो न सिर्फ सभी ने तारीफ की बल्कि वह हर किसी की जुबान पर चढ़ गया। बच्चों से लेकर बूढ़े तक बाबा के बुलडोजर के दीवाने हो गए। यही वजह रही कि महिलाओं में बुलडोजर बाबा के प्रति आकर्षण को भुनाने के लिए राखी के निर्माताओं ने रक्षा बंधन पर इस बार बुलडोजर बाबा राखी को मार्केट में उतार दिया। जो अन्य फैंसी और बेशकीमती राखियों को टक्कर देकर धमाल मचा रही है।
राखी व खिलौना के थोक विक्रेता राजाराम ने बताया कि मार्केट में अबकी पहली मर्तबा आई बुलडोजर बाबा राखी महिलाओं को खासी लुभा रही है।
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इस राखी में धागे की चेन बनाकर लगाई गई है। उसके केंद्र में प्लाष्टिक का फ्रेम फिट किया गया है जिसमे बुलडोजर बाबा राखी के स्लोगन के साथ जेसीबी का चित्र है। महिलाएं इसे देखकर एक बार में ही पसंद कर लेती है। मार्केट में कुछ इसी प्रकार की स्थिति जेसीबी खिलौना की है जो बच्चों के आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। राखी के विक्रेता अन्य दुकानदार भी बुलडोजर बाबा राखी की जमकर हो रही बिक्री पर खासे उत्साहित है। समाज सेविका सरस्वती वर्मा इस बार रक्षाबंधन में बुलडोजर बाबा राखी की लोकप्रियता को सामाजिक बदलाव के नजरिये से जोड़ते हुए कहती है कि लोगों में तात्कालिक घटनाक्रम काफी असर दिखाता है।
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हर किसी की चाहत होती है कि उसके हरेक पल का मौजूदा परिदृश्य से जुड़ाव रहे। यही वजह है कि देश भर में इन दिनों लोकप्रियता के झंडे गाड़ रहे सीएम योगी आदित्यनाथ के बुलडोजर का महिलाओं में भी विशेष आकर्षण है और उन्हें बुलडोजर बाबा राखी लुभा रही है। सरस्वती वर्मा के अनुसार गत दो वर्षों में कोरोना महामारी का प्रभाव रहने के कारण रक्षाबंधन समेत विभिन्न त्योहार ठीक तरह से सम्पन्न नही हो सके। सो अबकी लोगों में त्योहारों के प्रति गहरा जुड़ाव एवम उत्साह भी है।