दिबियापुर। देश के किसानों की दिनोंदिन बिगड़ती आर्थिक स्थिति को लेकर भारतीय किसान यूनियन के पदाधिकारियों ने रविवार को कंचौसी मोड पर स्थित ओमकार राजपूत पूर्व जिला प्रवक्ता के मकान पर उप जिला अधिकारी को प्रधानमंत्री के नाम संबोधित ज्ञापन सौंपा जिसमें उन्होंने कहा भारतीय किसान यूनियन पिछले 36 सालों से देश-दुनिया के खेती-किसानी के मुद्दों पर आंदोलनरत है मौजूदा दौर में देश की डावाडोल आर्थिक हालात को केवल कृषि ने ही अपने दम पर संबल देने काम किया है।
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यह किसी भी कृषि प्रधान देश के लिए गर्व की बात है लेकिन मौजूदा समय में किसान घाटे में जाती खेती की वजह से संकट का सामना कर रहा है उसकी खेती से आय लगातार घट रही है और इसकी वजह से वह शहरों की ओर पलायन करने को मजबूर है। सही सरकारी नीतियों को लागू न करने से वह खुद को ठगा महसूस कर रहा है। ज्ञापन में मांग की गई किएमएसपी गारंटी कानून बनाने के मामले में केंद्र सरकार की ओर से ऐसी कमेटी बनाई गई है, जिस पर संयुक्त किसान मोर्चा को विश्वास ही नहीं है।
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कमेटी में उन नौकरशाहों और किसान संगठनों के प्रतिनिधियों को अधिक स्थान दिया गया जो तीन कानूनों के प्रबल समर्थक रहे। ऐसे में उनसे किसान हितों के लिए एमएसपी पर कोई सही फॉर्मूला देने की संभावना नगण्य है इसलिए इस कमेटी को सिरे से नकारने के अलावा भाकियू के पास अन्य विकल्प नहीं है हमारी एकमात्र माग एमएसपी गारंटी कानून को अमल में लाने की दिशा में पहल की जाए। फसलों के उचित लाभकारी मूल्य के लिए स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट को केंद्र सरकार लागू करे।
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सात राज्य सूखे की चपेट में है और आधा दर्जन राज्य बाढ़ की चपेट में हैं ऐसे में फसल चौपट हो रही है। किसानों को धन-जन के अलावा पशुओं की हानि हुई है। सरकार तत्काल ग्राम स्तर पर जांच कर किसानों को तत्काल उचित मुआवजे की व्यवस्था करें। ज्ञापन देने वालों में जिलाध्यक्ष उमाशंकर राजपूत, सतीश चन्द्र लोधी जि प्रवक्ता ,राम नरेश कोषाध्यक्ष, रामचन्द्र राजपूत, सोबरन सिंह,रफ्ता खान, रामकेश कुशवाहा,लालाराम राजपूत, पंकज राजपूत , प्रवीन राजपूत मीडिया प्रभारी सहित कई लोग शामिल थे।
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