अयाना थाना का सिपाही बन पीड़िता को चोरी गए जेवर लौटाने से नाम पर मांगे थे रुपये
अयाना। कस्बा के कौशिल्या वाटिका में तीन जून को भागवत कथा के दौरान हुई टप्पेबाजी के जेवरात लौटाने के नाम पर एक शातिर ने स्वयं को अयाना थाना का सिपाही बनकर रुपये की मांग कर दी। शक होने पर पीड़िता ने थाना पहुंचकर घटना की जानकारी दे दी। मंगलवार को पुलिस ने मुढ़ी नहर पुल के पास से शातिर को दबोच लिया। जबकि उसके साथी मौके से भाग निकले। पुलिस ने आरोपी को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया है। थाना प्रभारी जयप्रकाश पाल, एसआई हेमंत कुमार ने टीम के साथ मंगलवार सुबह मुढ़ी पुल के पास घेराबंदी कर एक शातिर को पकड़ लिया।
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जबकि उसके दो साथी मौके से भाग निकले। थाना प्रभारी ने बताया कि अयाना कस्बा की कौशिल्या वाटिका में भागवत कथा के दौरान तीन जून को टप्पेबाजों ने पांच महिलाओं के साथ टप्पेबाजी की थी। मामले में छह लोगों को पकड़कर जेल भेज दिया गया था। पीड़िता प्रेमा देवी के पास एक युवक ने फोन कर स्वयं को अयाना थाना का सिपाही विकास बताया और चोरी गए जेवर की वापसी के बदले 20 हजार रुपये की मांग की। पीड़िता के नाती दिशांक सेंगर द्वारा बातचीत करने पर आरोपी 10 हजार रुपये देने की बात पर राजी हो गए थे।
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शक होने पर पीड़ित ने पुलिस को घटना की जानकारी दे दी। पूछताछ में शातिर ने अपना नाम नाहर सिंह यादव निवासी भदरई उदयपुरा थाना लिधौरा टीकमगढ मध्यप्रदेश हाल निवास बलोतरा बालमेड राजस्थान बताया। आरोपी ने पुलिस को बताया कि वह गांव के राहुल यादव व रंजीत के साथ मिलकर एफआईआर कॉपी निकालने के बाद पीड़ितों से संपर्क कर चोरी गया सामान वापस दिलाने का झांसा देते थे। इसके बाद पीड़ित से रुपये ऐंठ लेते थे। थाना प्रभारी जयप्रकाश पाल ने बताया कि पकड़े गए आरोपी को जेल भेजा गया है। भाग निकले शातिरों की तलाश की जा रही है। जल्द ही उन्हें भी गिरफ्तार किया जाएगा।