मैनपुरी | मैनपुरी में दोस्त ने भाड़े के हत्यारों से मिलकर, अपने ठेकेदार दोस्त की बुलेरो गाड़ी से बार-बार टक्कर मारकर हत्या करा दी। हत्यारे दोस्त ने अपने ठेकेदार दोस्त से करीब 20-25 लाख रुपया उधार ले रखा था, हत्यारे दोस्त को शक था कि उसका ठेकेदार दोस्त अपनी राजनीतिक पहुंचे से उसके ठेकेदारी के काम कटवा देता है, उसे काम कम मिलता है, ये खुलासा पुलिस ने किया है, मामले में घटना के दो आरोपियों को गिरफ्तार करके, पुलिस ने जेल भेजा है। घटना में पुलिस का बर्खास्त सिपाही भी शामिल है। बीती 30 अप्रैल को ठेकेदार दोस्त का रक्तरंजित शव मिला था।
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घटना मैनपुरी सदर कोतवाली इलाके के खरपरी वाले बम्बा की है, यहां दिनांक 30.04.2024 की सुबह ठेकेदार अशोक चौहान का संदिग्ध अवस्था में रक्तरंजित शव मिला था। पुलिस ने घटना की जब गहराई से पड़ताल शुरू की तो ठेकेदार अशोक चौहान हत्याकांड की परतें एक के बाद एक खुलती चलीं गई। पुलिस के खुलासा के मुताबिक ठेकेदार अशोक चौहान की, ठेकेदार नीरज यादव से दोस्ती थी, दोनों का खूब मिलना जुलना था, तगड़ा विश्वास था। जिसके कारण ठेकेदार अशोक चौहान ने नीरज यादव 20-25 लाख रुपया भी उधार दे रखा था। नीरज यादव को ऐसा लगने लगा कि ठेकेदार अशोक चौहान अपनी राजनीतिक पहुंच से उसे मिलने वाले ठेकेदारी के काम कटवा देते है, जिससे उसे कम काम मिल पा रहा है। ठेकेदार अशोक चौहान अपने उधारी के जो 20-25 लाख रुपया नीरज यादव को दिये थे वह भी वापस मांग रहे थे।
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इसी को लेकर नीरज यादव ने अपने दोस्त अरविन्द पाल से ठेकेदार अशोक चौहान की हत्या करने की बात की, तो अरविन्द पाल ने अपने दोस्त, पुलिस के बर्खास्त सिपाही अनुज डागर एवं मनीष उर्फ विपिन पाल से ठेकेदार अशोक चौहान की हत्या की बात की और आपस में गाड़ी से एक्सीडेंट करके हत्या का प्लान तैयार कर लिया। अरविन्द पाल व बर्खास्त सिपाही अनुज डागर एवं मनीष उर्फ विपिन पाल ने नीरज यादव से ठेकेदार अशोक चौहान की हत्या का 4 लाख रुपया में सौदा तय किया। चारों ने मिलकर ठेकेदार अशोक चौहान की दिनचर्या की रेकी की, इसके बाद दिनांक 30.04.2024 की सुबह करीब 6 बजे चारों ने मिलकर खरपरी बाला बम्बा थाना कोतवाली मैनपुरी पर, बुलेरो गाड़ी से ठेकेदार अशोक चौहान को बार-बार टक्कर मारकर बुरी तरह घायल करने के बाद, नीरज यादव ने डण्डे से सिर में प्रहार करके उनकी हत्या कर दी, और फरार हो गये। घटना के दो आरोपियों मनीष उर्फ विपिन व पुलिस के बर्खास्त सिपाही अनुज डागर को पुलिस ने गिरफ्तार करके जेल भेजा है, जबकि नीरज यादव व अरविन्द पाल अभी पुलिस की पकड़ से दूर है।