जिला अस्पताल से चिकित्सकों ने बारी-बारी गंभीर हालत को देखते हुए किया रेफर
औरैया। कोतवाली क्षेत्र ग्राम भाऊपुर में शुक्रवार की दोपहर एक अधेड एवं उसकी पत्नी ने अज्ञात कारणों से जहर खा लिया। जिससे उनकी हालत बिगड़ गई। गांव के ही एक पड़ोसी ने जाकर देखा तो अधेड अचेत अवस्था में उल्टियां कर रहा था। जानकारी होने पर मोहाल वाले पहुंच गये और उसे निजी साधन से स्थानीय जिला अस्पताल में भर्ती कराया। बताया जाता है कि जहर खाने के समय अधेड़ घर पर अकेला था। चिकित्सकों ने अधेड़ की गंभीर हालत को देखते हुए बाहर रेफर कर दिया। इतना सब होते-होते बाद में पत्नी ने भी जहर खा लिया, और उसे भी जिला अस्पताल से बहार रेफर किया गया है। बताया जाता है कि शिवाकांत की रास्ते में ही मौत हो गई।
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कोतवाली क्षेत्र के ग्राम भाऊपुर निवासी शिवाकांत पाठक पुत्र जीत बहादुर पाठक 45 वर्ष शुक्रवार की दोपहर अपने घर पर अकेला था। परिजन किसी काम से बाहर गये हुए थे। उसी समय उसने सल्फास की गोलियां खा ली। जिससे उसकी हालत बिगड़ गई और उल्टियां होने लगी। इसी बीच मोहाल का ही एक युवक किसी काम से उसके घर गया तो देखा शिवाकांत बेहोशी की हालत में पड़ा हुआ उल्टियां कर रहा है। इस आशय की जानकारी उसने मोहाल वालों को दी। जिस पर मोहाल के लोग पहुंच गये और शिवाकांत को निजी साधन से 50 शैय्या युक्त जिला संयुक्त चिकित्सालय में भर्ती कराया, जहां से चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार की बाद गंभीर हालत को देखते हुए कानपुर रेफर कर दिया।
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इतना सब होने की बाद शिवाकांत की पत्नी रजनी ने भी विषय पदार्थ खा लिया, जिससे उसकी भी हालत बिगड़ गई। निजी साधन से उसे भी परिजनों ने औरैया सरकारी अस्पताल में भर्ती करवाया, जहां से चिकित्सकों ने गंभीर हालत को देखते हुए रजनी को भी कानपुर रेफर कर दिया। इस घटनाक्रम से गांव में मातम छा गया एवं परिजनों का रो-रोकर हाल-बेहाल हो रहा था। कुछ सूत्रों का कहना है कि परिवार में किसी बात को लेकर क्लेश चल रहा था। जबकि कुछ सूत्रों का कहना है की कर्ज होने के कारण दंपत्ति द्वारा घटना को अंजाम दिया गया है। यह भी बताया गया कि उपरोक्त दंपति की सबसे बड़ी पुत्री लगभग 11 वर्ष के अलावा अन्य दो पुत्र व दो पत्रियाँ छोटी-छोटी हैं।