सैफई चिकित्सा विश्वविद्यालय में हो रहा था इलाज, सोमवार को 6 मरीजों को दी गई छुट्टी
इटावा: चिकित्सा विश्वविद्यालय सैफई में भर्ती 6 और कोरोना संक्रमित मरीज ठीक होकर सोमवार को डिस्चार्ज किये गये। ये सभी मरीज आगरा से यहां 23 अप्रैल को भेजे गए थे। इस प्रकार आगरा से 23 अप्रैल को भेजे गये सभी मरीज ठीक होकर डिस्चार्ज किये जा चुके हैं। इन सभी 06 मरीजों को मिलाकर अभी तक कुल 71 कोरोना संक्रमित मरीज ठीक होकर विश्वविद्यालय द्वारा डिसचार्ज किये जा चुके हैं।
यह जानकारी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 डा0 राजकुमार ने दी। उन्होंने यह भी बताया कि विश्वविद्यालय के कोविड-19 अस्पताल में आगरा से पुनः 06 मरीज भेजे गये हैं तथा इन सभी को मिलाकर कुल 11 मरीज कोविड-19 अस्पताल में भर्ती है। इन सभी मरीजों का समुचित इलाज प्रशिक्षित मेडिकल टीम द्वारा पूरी तत्परता से किया जा रहा है।
रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने को दिया गया काढ़ा
इन सभी मरीजों को अस्पताल प्रशासन द्वारा तीन समय नियमित ताजा व पौष्टिक भोजन व दो समय चाय के अलावा दिन में दो बार आयुर्वेदिक काढ़ा भी दिया जाता है ताकि उनकी रोग-प्रतिरोधक क्षमता में बृद्धि हो। इसके अलावा कुछ प्रमुख योगासन भी इनको कराया जाता है जिससे ये सभी मरीज जल्दी स्वस्थ हो। इस दौरान विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति डा0 रमाकान्त यादव, ओएसडी डा0 शैलेन्द्र कुमार यादव, चिकित्सा अधीक्षक डा0 आदेश कुमार, नर्सिग अधीक्षिका लवली जेम्स, कोविड-19 के नोडल अधिकारी डा0 रमाकान्त रावत, मीडिया प्रभारी डा0 अमित सिंह आदि उपस्थित रहे।
कोरोना महामारी को मात देने वाले इन सभी कोरोना योद्धाओं ने चिकित्सा विश्वविद्यालय, सैफई के कुलपति प्रो0 डा0 राजकुमार तथा विश्वविद्यालय के कोविड-19 अस्पताल के सभी हेल्थ वर्कर्स का तहेदिल से धन्यवाद दिया। इन कोरोना योद्धाओं ने यह भी कहा कि विश्वविद्यालय द्वारा उनके भर्ती होने से अब तक उनका विशेष ख्याल रखा गया। उन्होंने विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 राजकुमार को इस बात के लिए विशेष धन्यवाद दिया कि उनके द्वारा कोविड-19 मरीजों के लिए चलाये गये योगा तथा आयुर्वेदिक काढ़ा का उनके तथा उनके साथी मरीजों पर बेहद सकारात्मक प्रभाव पड़ा तथा उन सभी के हेल्थ में तेजी से सुधार हुआ और वह कोरोना की जंग में विजयी होकर निकले हैं।
प्रतिकुलपति डा0 रमाकान्त यादव ने बताया कि कोविड- 19 अस्पताल में भर्ती कोविड मरीजों के लिए बनने वाले भोजन को केवल मरीज ही नहीं खाते बल्कि चिकित्सक एवं अन्य स्टाफ द्वारा भी वहीं भोजन खाया जाता है। भोजन बनाने की प्रक्रिया, क्वालिटी ऐस्योरेंस टीम द्वारा गुणवत्ता का सत्यापन, पैंकिंग पद्धति एवं आवंटन प्रक्रिया मरीजों एवं मेडिकल टीम के लिए एक समान है। नियमित तौर से भोजन का औचक निरीक्षण वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा किया जाता है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि विश्वविद्यालय में भर्ती सभी मरीज एक समान हैं एवं सभी का इलाज शासन द्वारा निर्गत गाइड लाइन के अनुसार किया जा रहा है तथा सभी को बराबर सुविधायें दी जा रही हैं।
विश्वविद्यालय के कुलसचिव सुरेश चन्द्र शर्मा ने बताया कि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 डा0 राजकुमार द्वारा लिखी गई ‘‘व्यायाम एक आयाम‘‘ नामक पुस्तक, जिसका विमोचन पूर्व केंद्रीय मंत्री श्री संजय पासवान द्वारा 21 फरवरी को किया गया था, की प्रतियों को इन सभी मरीजों को डिस्ट्रीब्यूट किया गया तथा व्यायाम के महत्व को समझाया गया। इनके विदाई के समय चिकित्सकों एवं हेल्थ वर्कर्स टीम द्वारा फूल देकर एवं ताली बजाकर भेजा गया।