लखनऊ । लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में उत्तर प्रदेश में नौ जिलों की आठ लोकसभा सीटों पर शुक्रवार को मतदान कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो गया। राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने पत्रकारों को बताया कि मतदान आमतौर पर शांतिपूर्ण रहा और कहीं से भी किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं मिली। शाम पांच तक औसतन 54.85 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग कर लिया था।
इस अवधि में अमरोहा में सबसे ज्यादा 64.02 फीसदी मतदाताओं ने वोट डाले वहीं इस अवधि में सबसे कम मतदान मथुरा में 49.29 प्रतिशत हुआ। मतदान के दौरान सुरक्षा के चाक चौबंद इंतजाम किये गये थे वहीं गर्मी से बचाव के लिये शीतल जल और छाया के अलावा दवाइयों का भी इंतजाम था।
यह भी देखें : आगामी 30 अप्रैल से 3 मई तक श्रीराम कथा एवं श्रीकृष्ण कथा बाबा परमहंस बगिया में होगी आयोजित ,तैयारिया शुरू
निर्वाचन आयोग से प्राप्त जानकारी के अनुसार शाम पांच बजे तक अमरोहा में 64.02 प्रतिशत,मेरठ में 58.7 प्रतिशत,बागपत में 55.93 प्रतिशत,गाजियाबाद में 49.65 प्रतिशत, गौतमबुद्धनगर में 53.21 प्रतिशत,बुलंदशहर में 55.79 प्रतिशत,अलीगढ़ में 56.62 प्रतिशत और मथुरा में 49.29 प्रतिशत लोगों ने वोट डाल लिये थे। मतदान को लेकर सभी स्थानो पर खासा उत्साह देखने को मिला मगर गर्मी के कारण दोपहर 12 से चार बजे के बीच मतदान में कमी देखी गयी। चुनाव के इस चरण में फिल्म अभिनेत्री और भाजपा सांसद हेमामालिनी और अरुण गोविल समेत 91 उम्मीदवारों की किस्मत ईवीएम में कैद हो जायेगी। मतगणना चार जून को होगी।
यह भी देखें : फिरोजाबाद में सपा, भाजपा में कड़ा मुकाबला, क्या है राजनैतिक समीकरण ?
भाजपा सांसद तेजवीर सिंह ने मथुरा में अपने मताधिकार का प्रयोग किया जबकि गाजियाबाद में भाजपा प्रत्याशी अतुल गर्ग ने कतार में लग कर अपना वोट डाला। मतदान से पहले श्री गर्ग प्रसिद्ध दूधेश्वर नाथ मंदिर पहुंचे और पूजा अर्चना कर अपनी जीत की कामना की। गाजियाबाद में पुलिस आयुक्त अजय कुमार मिश्रा ने भी सुबह साढे सात बजे वोट डाला और मतदाताओं से अधिकाधिक मतदान की अपील की। श्री रिणवा ने बताया कि द्वितीय चरण में 81 पुरुष तथा 10 महिला प्रत्याशी चुनाव मैदान में है। मथुरा और गौतमबुद्धनगर में सबसे ज्यादा 15-15 उम्मीदवार चुनाव मैदान में है जबकि बुलंदशहर में सबसे कम छह उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला ईवीएम में कैद हो गया। मतदान पर नजर रखने के लिये तीन विशेष प्रेक्षक,आठ सामान्य प्रेक्षक, पांच पुलिस प्रेक्षक तथा 12 व्यय प्रेक्षकों की तैनाती की गयी थी। इसके अलावा 1451 सेक्टर मजिस्ट्रेट, 190 जोनल मजिस्ट्रेट,222 स्ट्रैटिक मजिस्ट्रेट तथा 1599 माइक्रो ऑब्जर्वर तैनात किये गये थे।