इटावा। उत्तर प्रदेश में इटावा जिले के चौबिया इलाके के बोझाहार गांव में रविवार को आग लगने से करीब 300 बीघा गेंहू की फसल जलकर खाक हो गई। उप जिलाधिकारी विक्रम सिंह राघव ने बताया कि आग लगने की सूचना मिलने के बाद में राजस्व विभाग की टीम को अलर्ट कर दिया गया है। प्रभावित ग्रामीणों के जरिए उनका ब्यौरा एकत्र किया जा रहा है, जैसे ही संपूर्ण ब्यौरा संकलित हो जाएगा वैसे ही मामले की प्रक्रिया अदा की जाएगी।
पुलिस उपाधीक्षक नागेंद्र चौबे ने गेहूं की फसल में आग लगने की घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि आग लगने से गेहूं की फसल को बड़ा नुकसान हुआ है लेकिन स्पष्ट तौर पर नहीं कहा जा सकता है कि कितनी फसल का नुकसान हुआ लेकिन ग्रामीणों की ओर से ऐसा बताया जा रहा है करीब 300 बीघा के आस पास गेंहू की फसल जली है।
यह भी देखें : यूपी में 4 मई व 11 मई को निकाय चुनाव, 13 मई को आएंगे नतीजे
घटना की सूचना पर दमकल के वाहन आग पर काबू पाने के लिए पहुंचे लेकिन जब तक सैंकड़ों बीघा फसल जलकर बर्बाद हो गई। इस घटना से आस पास के क्षेत्रों में हड़कंप मच गया। दमकल ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया।
गौरतलब है कि पिछले दो दिन से मौसम ने अपना रुख बदल लिया है। जिसके चलते तेज धूप ने गर्मी बढ़ा दी है। इसी गर्मी की शुरुआत में इटावा के ग्रामीण क्षेत्र में खेत में अचानक से भीषण आग लग गई।
यह भी देखें : न्यू लुक में नजर आए पीएम मोदी जंगल सफारी के लिए पहुंचे टाइगर रिजर्व
तीन दमकल की गाड़ियां मौके पर पहुंची जिसके बाद कड़ी मशक्कत के बाद पर काबू पाया जा सका। आग किस कारण लगी इसका अभी कुछ पता नहीं चला है। लेकिन आग का विकराल रूप होने के कारण कुछ ही देर में सैकड़ों बीघा किसानों की गेहूं की फसल जलकर राख हो गई। गांव बोझाहार व संतोषपुरा के मुकेश कुमार, बलवीर, महेंद्र, हरगोविंद, वीरपाल, शीला देवी, उदयवीर सिंह, शिवपाल, रविंद्र, मिथिलेश, नरेंद्र, मानसिंह, अनीश खान, अरुण, मनोज, सुभाष चंद्र सहित 2 दर्जन से अधिक किसानों की 300 बीघा फसल जलकर राख हो गई। जिन किसानों की फसल जली है उनकी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है और वह गेहूं धान की फसल पर ही निर्भर रहते हैं।