इटावा। उत्तर प्रदेश के इटावा जिले में अमृत सरोवर योजना से निर्मित 109 तालाब भीषण गर्मी में पूरी तरह से सूख गए है। जिलाधिकारी अवनीश राय ने इन तालाबों के सूखने के पीछे इनके निर्मित किए जाने की डिजाइनों पर सवाल खड़ा किया गया है। जिलाधिकारी राय ने आज यहां बताया कि अमृत सरोवर योजना के तहत जो तालाब निर्मित किए गए है। उनके पानी आने ओर जाने के स्थानों को चेक करने के निर्देश दिए गए है । इसके लिए सभी ग्राम सचिव, खंड विकास अधिकारियों को कहा गया है। जहां पर गड़बड़ी है उनको ठीक कराया जायेगा ताकि अमृत सरोवरों में पानी भरा रहे और अमृत सरोवरों की स्थिति बेहतर बनी रहे। जिले में 109 अमृत सरोवरों का निर्माण कराया गया है, लेकिन खराब इंजीनियरिंग, लापरवाही और अनदेखी के कारण अभी तक करीब करीब सभी अमृत सरोवर सूखे हुए पड़े हैं। सरोवर के निर्माण में सबसे बड़ी समस्या यह निकल कर आई है, ज्यादातर अमृत सरोवरों का निर्माण गांव से बाहर किया गया है। इन सरोवरों तक पानी पहुंचाने का इंतजाम नाली के रूप में नहीं किया गया है।
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अमृत सरोवरों का निर्माण मनरेगा स्कीम के तहत कराया गया है। अगर एक हजार रुपए तक का कच्चा काम कराया जायेगा तो 400 तक का पक्का काम किया जा सकता है। अधिकाधिक मामलों में ऐसा देखा गया है कि प्रधानों ने कच्चा काम तो कर दिया है, लेकिन पक्का काम किसी भी प्रधान ने नहीं कराया है। पक्के कामों को कराया जाना भी बेहद जरूरी है। तालाबों के आसपास पौधारोपण और इंटरलॉकिंग की व्यवस्था भी करने के निर्देश दिए गए थे लेकिन ऐसा मौके पर कहीं पर भी देखा नहीं जा रहा है कि यह काम हुआ हो। अमृत सरोवर की निगरानी के लिए एक केयर टेकर को रखने की भी जरूरत इस योजना के अंतर्गत थी यह भी व्यवस्था नहीं की गई है इसके लिए प्रधान स्तर पर एक समिति बनाकर के इस व्यवस्था को किए जाने की बेहद जरूरत बताई जा रही है तभी अमृत सरोवरों का रखरखाव संभव हो सकेगा। इटावा जनपद के भरथना ब्लॉक के बिरारी गांव में निर्मित अमृत सरोवर को बेहतर सरोवर माना गया है जहां पर पानी लबालब भरा हुआ नजर आता हुआ दिख रहा है। गांव के लोग सुबह सरोवर के किनारे न केवल टहलने के लिए आते हैं बल्कि अपने मवेशियों को भी पानी पिलाने के लिए सरोवर पर पहुंचते हैं।
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ग्राम पंचायत सचिव अतुल कुमार का कहना है कि अमृत सरोवर से उन सभी पानी के स्रोतों को जोड़ दिया गया है जो सरोवर से करीब थे इसलिए सरोवर में हमेशा अपनी लबालब हालत में भरा हुआ नजर आ रहा है। जिलाधिकारी के इतर अमृत सरोवर योजना के प्रभारी और मनरेगा उपायुक्त सूरज सिंह बताते है कि इटावा में 109 अमृत सरोवर तालाब का निर्माण कर लिया गया है। संसदीय चुनाव के कारण इस वर्ष इस योजना पर कोई कार्य नहीं हो सका है इसलिए अब कार्य शुरू हो रहा है। राज्य सरकार ने इस परियोजना को अगस्त 2024 तक पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित कर दिया है।
उन्होंने बताया कि जब अमृत सरोवर योजना शुरू की गई थी उस समय इटावा में 223 तालाबों का चयन किया गया था लेकिन पिछले साल अमृत सरोवर योजना के तहत तालाबों का लक्ष्य घटकर 126 कर दिया है।
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इटावा में केंद्र और राज्य सरकार द्वारा जिला पंचायत, क्षेत्र पंचायत व मनरेगा निधि से गांवों व स्थानीय निकायों में जलस्तर बढ़ाने के लिए अमृत सरोवर का निर्माण कराने की योजना शुरू की गई थी। जनपद में केंद्र सरकार ने जब यह योजना शुरू की थी तब 223 अमृत सरोवर का चयन किया गया था, लेकिन पिछले वर्ष राज्य सरकार ने इसका लक्ष्य घटाकर 126 कर दिया और उसी पर काम शुरू किया गया। अधिकारियों को कुल अमृत सरोवर का 75 प्रतिशत लक्ष्य पूरा करने के निर्देश दिए गए थे। इटावा में 109 अमृत सरोवर बनकर तैयार हो गए हैं।