इटावा: जिले के पार पट्टी क्षेत्र के उदी में सोमवार को महान क्रांतिकारी अमर शहीद भगत सिंह जी की 113 वीं जयंती उन की गौरव गाथा के गान के साथ मनाई गई। युवाओं ने शहीदों की चिताओं पर लगेंगे हर वरस मेले, वतन पर मिटने वालों का यही बाकी निशाँ होगा नारे के साथ भगत सिंह की शहादत को याद किया। पारपट्टी नौजवान सभा’ द्वारा कस्बा उदी मोड़ पर शहीद भगत सिंह की याद में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। सभा में पारपट्टी नौजवान सभा के कार्यकर्ता भारी संख्या में उपस्थित हुए।सभी ने अमर शहीद भगत सिंह को पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें याद किया और उनके जीवन आदर्शों को आत्मसात करने का वचन लिया।
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संचालन कर रहे निखिल शुक्ल ने बताया किअसेंबली में बम फेंकने की घटना के बाद जब सरदार भगत सिंह और बटुकेश्वर दत्त को गिरफ्तार कर लाहौर जेल में डाल दिया गया था, तब उन्होंने बंदियों के साथ अच्छा व्यवहार करने की मांग को लेकर जेल में 114 दिन तक भूख हड़ताल की थी। 1929 में लाहौर में राष्ट्रभक्तों ने पम्फलेट छपवाकर बांटे थे, उसमें सरदार भगत सिंह और बटुकेश्वर दत्त की तस्वीर भी लगाई थी । असेंबली में बम फेंकने के बावजूद भगत सिंह भागे नहीं थे इसके चलते उन्हें फांसी की सजा हुई। उनके त्याग और बलिदान से अंग्रेजी सरकार की चूलें हिल गईं थीं।
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अंकुर तोमर, विमलेन्द्र प्रताप सिंह, अजय गुप्ता, यश भदौरिया, अवनीश चौधरी, सारांश पंडित, आदेश भदौरिया, निर्भय सिंह, अंकुश, सचिन, प्रशांत, अवनीश मामा, अमन भदौरिया, ऋषि, सोंनटी, दीपक गोयल सहित सैकड़ों कार्यकर्ता उपस्थित रहे।